शिमला: विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में सता पक्ष की ओर से रणनीति तैयार की गई. विपक्ष प्रदेश में आपदा, बंद सड़कों और किसानों-बागवानों के मुद्दों के अलावा रोजगार और कांग्रेस की गारंटियों पर सरकार को घेरने का प्रयास करेगी. कांग्रेस विधायक दल की बैठक में इन सभी विषयों को लेकर चर्चा की गई और इनका जवाब देने की रणनीति सता पक्ष की ओर से तैयार की गई.
बैठक के बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा विपक्ष आपदा के समय विधानसभा सत्र बुलाने की बार-बार बात कर रहा था, लेकिन सरकार का मानना था कि ऐसे समय सत्र बुलाकर राहत कार्य प्रभावित होगा. सरकार ने अब सत्र बुलाया है, अब विपक्ष के पास मौका है. विपक्ष सदन में आकर अपनी बात तथ्यों के साथ रखे.
सीएम ने कहा कि विपक्ष महज लोगों का अपना ध्यान खींचने के लिए बयानबाजी कर रहा है. उन्होंने विपक्ष से आग्रह किया कि वह सदन से वॉकआउट न करें, अपनी पूरी बात करें. सता पक्ष आपकी बात सुनेंगा. उन्होंने विपक्ष से कहा कि वह यह माइंडसेट बनाकर न आएं कि उन्होंने वाकआउट करना है. उन्होंने विपक्ष से सदन में आकर सार्थक चर्चा करने की अपील की.
व्हाइट पेपर की रिपोर्ट सीएम को दी: डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने वित्तीय कुप्रबंधन पर तैयार व्हाइट पेपर की रिपोर्ट आज सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि कैबिनेट सब कमेटी ने अपनी रिपोर्ट दी है. उन्होंने कहा कि वह इसके बारे में समय आने पर बताएंगे.उन्होंने कहा कि पूर्व सरकार के समय में वित्तीय कुप्रबंधन के कारण 75 हजार करोड़ का कर्ज और करीब 10 हजार करोड़ की देनदारियां छो़ड़ी हैं. उन्होंने कहा कि जनता को यह पता लगना चाहिए कि पिछली सरकार क्या कुप्रबंधन हुआ है.
मुख्यमंत्री ने कांग्रेस कार्यसमिति और पार्टी हाईकमान का आभार जताया कि इसने हिमाचल की आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के प्रस्ताव पारित कर इसे राज्य सरकार को भेजा है.
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