शिमला: हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा के लिए अबकी बार 23 नए विधायक चुनकर आए हैं, इन विधायकों को विधानसभा की कार्यप्रणाली के बारे में अवगत कराने के लिए हिमाचल प्रदेश विधानसभा में एक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हो गया है. विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने इस दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की.
विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया ने कहा कि विधायकों को विधानसभा की कार्यप्रणाली, नियमों, कायदों और उनके विशेषाधिकारों के बारे में जानकारी मिले, इसके लिए यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. यह कार्यक्रम पीआरएस यानी पार्लियामेंट्री रिसर्च सर्विस नामक संस्था के सहयोग से करवाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि विधायकों के लिए यह बेहद जरूरी होता है कि वे सदन नियमों को जानें. यह भी इतना ही जरूरी है कि वे सदन में एक तय समय सीमा में अपना प्रश्न रखें.
उन्होंने कहा कि विधायकों का अपने क्षेत्र के विकास में अहम योगदान रहता है, इसलिए सदन में विधायक समय सीमा में अपनी बात रखकर अपने क्षेत्र की बातों को रख सकते हैं. यही नहीं शासन चलाने में विधान सभा का बड़ा योगदान रहता है, जिसके विधायक सदस्य होते हैं . ऐसे में विधायकों को विधानसभा के नियमों और इसकी कार्यप्रणाली के बारे में अवगत कराना बेहद जरूरी है.
विधायकों ने भी इस कार्यक्रम को बेहद उपयोगी बताया और कहा कि इस तरह के कार्यक्रम होने बेहद जरूरी है. बता दें कि यह कार्यक्रम 14वीं विधानसभा के नव निर्वाचित 23 सदस्यों के अलावा 13वीं विधानसभा के लिए उप चुनाव में निर्वाचित हुए तीन सदस्यों के लिए आयोजित किया जा रहा है. उप चुनाव में निर्वाचित इन तीन सदस्यों का प्रशिक्षण नहीं हो पाया था, ऐसे में उनको भी इसमें आमंत्रित किया गया है. कार्यक्रम के पहले दिन विधायक नीरज नैयर, हरीश जनारथा, चंद्र शेखर, दलीप ठाकुर, दीपराज, लोकेंद्र कुमार, डॉ जनक राज, पूर्ण चंद ठाकुर, आशीष शर्मा, रणवीर निक्का, डीएस ठाकुर, चैतन्य शर्मा, देवेंद्र भुट्टो, अजय सोलंकी, भुनेश्नवर गौड़, सुरेश कुमार, कुलदीप राठौर और मलेंद्र राजन शामिल हुए.
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