शिमला: प्रदेश के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी के बाद जिंदगी की रफ्तार मानो थम गई है. दूर-दूर तक सिर्फ बर्फ ही बर्फ दिखाई दे रही है. मैदानी इलाकों से आने वाले पर्यटकों को यह बर्फिस्तान खूब लुभा रहा है. हर साल लाखों पर्यटक इस नजारे का लुत्फ उठाने के लिए हिमाचल आते हैं, लेकिन किन्नौर से लेकर सिरमौर और ऊपरी शिमला से लाहौल स्पीति तक के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए यह मौसम आफत बन गया है.
बर्फबारी के बाद प्रदेश भर में नेशनल हाइवे समेत कई सड़कें और रास्ते बंद हो जाते हैं. लाहौल स्पीति में NH-3 पर बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद ग्लेशियर आ गिरा था. जिसके बाद से सड़क अब तक बंद हैं. फिलहाल बीआरओ की टीम सड़क को बहाल करने की कोशिशों में जुटी है, लेकिन लगातार हो रही बर्फभारी कदम-कदम पर मुश्किल बन रही है. बर्फ की यही मोटी चादर लाहौल स्पीति को 6 महीने देश और दुनिया से अलग कर देती है.
इस साल प्रदेश में रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी हुई है. जिसके चलते प्रदेश के ऊपरी इलाके में सर्दी का सितम झेल रहे हैं. इस प्रचंड ठंड ने जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है. लोग घरों में रहने को मजबूर हैं क्योंकि बाहर हर तरफ बर्फीली आफत बिछी हुई है.
कुल मिलाकर इन हसीन और बर्फीली वादियों में जिंदगी इन दिनों जम सी जाती है. यहां जिंदगी सरकार और सिस्टम से ज्यादा कुदरत के रहमो-करम पर जीती है क्योंकि ना जाने कब कुदरत की हसीन वादियां जिंदगी पर कहर बनकर टूट पड़े.
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