शिमला. राज्य की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार राजधानी शिमला में इलेक्ट्रिक वाहनों के ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल सुनिश्चित करेगी, जिससे कि शिमला शहर में गाड़ियों से इस्तेमाल से होने वाले कार्बन उत्सर्जन कम हो. इसके लिए राज्य सरकार ने ग्रीन मोबिलिटी कमेटी का गठन बुधवार को किया.यह कमेटी शिमला शहर में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल को लेकर एक योजना पर काम करके उसे तैयार करने का काम करेगी.
कमेटी के अध्यक्ष और सदस्य बनाए गए: सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा है कि शिमला में इलेक्ट्रिक वाहनों के इस्तेमाल और डीकार्बोनाइजिंग ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा देने के लिए एक ग्रीन मोबिलिटी कमेटी का गठन किया गया है. प्रधान सचिव परिवहन समिति के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हिमाचल पथ परिवहन निगम, निदेशक परिवहन, आयुक्त नगर निगम शिमला, मुख्य कार्यकारी अधिकारी शिमला स्मार्ट सिटी, प्रमुख अभियंता हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग शिमला, निदेशक रोपवे और रैपिड ट्रांजिट डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, मुख्य अभियंता एच.पी. स्टेट रोड एंड अदर इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन, प्रबंध निदेशक हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड, निदेशक पर्यावरण, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग इसके सदस्य होंगे. उन्होंने कहा कि सचिव, एसटीए-सह-अतिरिक्त आयुक्त, परिवहन समिति के सदस्य सचिव होंगे.
हर तीन महीने में होगी बैठक: यह कमेटी इलेक्ट्रिक वाहनों के उपयोग के मद्देनजर एक टिकाऊ योजना विकसित करेगी, जो शिमला शहर में डी-कार्बोनाइजेशन के लिए मदद करेगी. उन्होंने कहा कि अंतर-विभागीय सहयोग के लिए एक मंच के रूप में काम करना कमेटी के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल है. उन्होंने कहा कि कमेटी कार्यशालाओं और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के आयोजन, पायलट परियोजनाओं पर विचार-मंथन करने, परियोजना निष्पादन में तेजी लाने के लिए मौजूदा योजनाओं का विलय करने के अलावा समय-सीमा के साथ कार्ययोजना को परिभाषित करने में सहायता करेगी. उन्होंने कहा कि इस कमेटी की बैठक हर तिमाही में एक बार आयोजित की जाएगी.
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