शिमलाः राजधानी के ढली क्षेत्र में कथित दुष्कर्म मामले में पुलिस उलझती जा रही है. सूत्रों के मुताबिक युवती को जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज दिखाया तो युवती ने कहा है फुटेज में नजर आ रही लड़की वो नहीं है. ऐसे में मामला और उलझता नजर आ रहा है. चूंकि अब तक पुलिस सीसीटीवी में दिख रही लड़की को ही पीड़िता मानकर मामले की कड़ियां जोड़ रही थी.
हालांकि एसआईटी की मामले को लेकर कार्रवाई जारी है. पुलिस का दावा है कि यह कार्रवाई तब तक जारी रहेगी जब तक मामले की जांच पूरी नहीं हो जाती. कथित दुष्कर्म का मामला पुलिस के लिए गले की फांस बनता जा रहा है. वारदात के 6 दिन बाद भी पुलिस मामले को सुलझा नहीं पाई है. जानकारी है कि पुलिस एक बार फिर से युवती से पूछताछ करेगी. बताया जा रहा है कि युवती अपनी शिकायत वापिस लेने को कह रही है.
पुलिस खुलासा कर चुकी है कि चलती कार में पीड़िता के अपहरण को लेकर उन्हें कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं. शनिवार को इस मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस मुखयालय द्वारा गठित एसआईटी ने फिर से ढली क्षेत्र में 8 संदिग्धों से पूछताछ की है. बताया जा रहा है कि इस सिलसिले में पुलिस ने अब तक 2 दर्जन से ज्यादा संदिग्धों से पूछताछ कर चुकी है.
वहीं लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में पीड़िता की शिकायत दर्ज न करने के मामले की मैजिस्ट्रियल जांच में पुलिस वालों के बयान कमलबद्व हुए हैं. हालांकि अधिकारी ने जांच रिपोर्ट सरकार को भी सौंप दी है, लेकिन रिपोर्ट को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि हरियाणा की 19 वर्षीय युवती ने ढली पुलिस में शिकायत दी थी कि बीते रविवार देर रात जब वह मॉलरोड से भट्टाकुफ्फर अकेली जा रही थी, तो ढली टनल के आगे अज्ञात कार सवारों ने उसका अपहरण किया. एक कार सवार ने उसके साथ दुष्कर्म किया और इसके बाद कार सवार उसे बाहर धकेल कर फरार हो गए. अंधेरा होने के कारण वह कार का रंग नहीं देख पाई.
ढली पुलिस ने इस मामले में आईपीसी. की धाराओं 376, 366, 506 और 354-ए के तहत केस दर्ज किया है. वहीं मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए राज्य सरकार ने इस पूरे मामले की पड़ताल के लिए एसआईटी का गठन किया है, लेकिन पुलिस के हाथ पुख्ता सबूत नहीं लग पा रहे है. अब पुलिस लोगों के पूछताछ करके ही आरोपियों तक पहुंचने के लिए सबूत जुटा रही है.