शिमल: शिमला के जाखू मंदिर में नगर निगम द्वारा पार्किंग में गाड़ियां खड़ी करने के लिए लोगों से पैसे वसूल किए जा रहे हैं. जिसके खिलाफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नगर निगम के पूर्व उपमहापौर हरीश जनारथा बुधवार को स्थानीय लोगों के साथ नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल के पास पहुंचे और उन्हें ज्ञापन सौंप कर लोगों से गाड़ियां खड़ी करने के लिए फीस न वसूलने और टेंडर रद्द करने की मांग की.
लोगों से वसूले जा रहे पार्किंग के पैसे
हरीश ने कहा कि नगर निगम ने जाखू मंदिर में बनी पार्किंग का टेंडर कर दिया है और जहां पर थोड़ी देर के लिए गाड़ी खड़ी करने के लिए भी लोगों से पैसे वसूले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जाखू मंदिर में दर्शन करने के लिए काफी तादाद में देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं और स्थानीय लोग भी सुबह दर्शन के लिए जाते हैं. लेकिन यहां पर गाड़ियां खड़ी करने के लिए जो पार्किंग बनाई गई है उसमें पैसे वसूले जा रहे हैं.
महापौर को सौंपा ज्ञापन
जबकि लोग केवल 10 मिंट के लिए गाड़ी खड़ी करते हैं. उसके भी 20 से 30 रुपए वसूले जा रहे हैं. पार्किंग में फीस लेने के चलते लोग सड़क किनारे ही गाड़ियां खड़ी कर रहे हैं, जिससे जाम लग रहा है. इसको लेकर नगर निगम की महापौर सत्या कौंडल (Mayor Satya Kaundal) को एक ज्ञापन सौंपा गया है जिसमें पार्किंग में किसी भी तरह के पैसे ना वसूलने की मांग की गई है.
लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर लिया जाएंगा फैसला
वहीं, नगर निगम के महापौर सत्या कौंडल ने कहा कि इस मामले को नगर निगम की मासिक बैठक में ले जाया जाएगा और उसी में यह फैसला लिया जा सकता है कि पार्किंग में गाड़ी खड़ी करने की फीस ली जा सकती है या नहीं. उन्होंने कहा कि नगर निगम लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखकर ही फैसला लेगा.
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