शिमला: वन मंत्री गोविन्द सिंह ठाकुर ने टूटीकंडी स्थित वानर नसबंदी एवं वन्य प्राणी रेस्क्यू केंद्र का दौरा किया. उन्होंने वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बंदरों की समस्या से निपटने के लिए समस्या से निपटने के लिए वानर नसबंदी कार्यक्रम में गति लाई जाए. उन्होंने आगामी वर्ष के लिए नसबंदी कार्यक्रम के लक्ष्य को दोगुना करने के निर्देश देते हुए कहा कि इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए मोबाइल वैन नसबंदी ऑपरेशन को भी प्राथमिकता दी जाए.
वन मंत्री ने कहा कि वानरों के सम्पर्क में आने से मनुष्यों में बहुत-सी बीमारियां फैलने का खतरा रहता है जिस के बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्थानीय लोगों विशेषकर विद्यार्थियों को इस बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाएं. उन्होंने रेस्क्यू केंद्र के बारे में भी जानकारी ली जहां आस-पास के जिलों से घायल वन्य प्राणियों को उपचार के लिए यहां लाया जाता है.