शिमला: वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने विपक्ष पर निशाना साधा है. वन मंत्री ने विपक्ष पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस सिद्धांत पर काम कर रही है. अब तक का सरकार का कार्याकाल उपलब्धियों से भरा रहा.
गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि पटवारी भर्ती परीक्षा में हुई अनियमितता की याचिका को माननीय उच्च न्यायालय ने खारिज कर दिया, जबकि वेंटिलेटर खरीद मामले में भी प्रदेश सरकार पर कोई आरोप सिद्ध नहीं हुआ. विपक्ष तथ्यों के बिना सरकार की छवि को धूमिल करने में लगा हुआ,लेकिन उसके पास और काम नहीं है.
हर वर्ग का रखा ख्याल
वन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य का तीव्र और संतुलित विकास सुनिश्चित बनाया. समाज के हर वर्ग के हितों को ध्यान में रखते हुए अनेक कल्याणकारी योजनाएं शुरू की. मुख्यमंत्री सेवा संकल्प हेल्पलाइन, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, गृहणी सुविधा योजना, हिमकेयर जैसी कई योजनाओं से प्रदेश के लाखों लोगों को फायदा मिल रहा है, लेकिन विपक्ष इस विकास को पचा नहीं पा रहा. केवल आलोचना करने के लिए कांग्रेस के नेता अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं.
कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला रहा
उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता यह बात भूल गए कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान प्रदेश में भ्रष्टाचार का बोलबाला था. कांग्रेस नेता केवल अपने रिश्तेदारों को लाभ पहुंचा रहे थे. उनका प्रदेश के विकास और लोगों के कल्याण की ओर कोई ध्यान नहीं था. प्रदेश में माफिया सक्रिय थे. उन्होंने केवल अपने बचाव में पांच वर्ष बिता दिए. गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कोविड महामारी के इस संकट काल में प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कई ठोस कदम उठाए.
बाहरी राज्यों से लोगों की हुई घर वापसी
प्रदेश के लोगों की बाहरी राज्यों से घर वापसी, राशन किट, मास्क, दवाइयां, सेनेटाइजर वितरित करने सहित राज्य सरकार ने लोगों को सुविधाएं प्रदान करने के उद्देश्य से कई सराहनीय काम किए. पीएम मोदी भी प्रदेश सरकार के कार्यों की सराहना कर चुके हैं. अन्य राज्यों को हिमाचल से सीख लेने की बात भी कही गई. प्रधानमंत्री के 20 लाख करोड़ रुपये के आर्थिक पैकेज का लाभ भी सीधे प्रदेशवासियों तक पहुंचाया जा रहा है.
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