शिमला: कोरोना संक्रमण मधुमेह पीड़ितों के लिए बेहद खतरनाक है. प्रदेश स्वास्थ्य विभाग द्वारा चौकाने वाले आंकड़े जारी किए गए हैं. प्रदेश में कोविड-19 के कारण दर्ज की गई कुल मृत्यु में 50 प्रतिशत लोग कोमोरबिडिटी से पीड़ित थे. इनमें मधुमेह से पीड़ित मृतकों का प्रतिशत 48.1 हैं.
ऐसे में उन कोरोना मरीजों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है जो मधुमेह से पीड़ित हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुसार होम आइसोलेशन में रह रहे कोविड संक्रमित या संदिग्ध मरीज हिमाचल कोविड केयर ऐप पर पंजीकरण करवाएं. इसके अलावा अपने संबंधित चिकित्सक से नियमित संपर्क में रहें. ऐसे मरीजों को नियमित रूप से अपने ब्लड शुगर की जांच करनी चाहिए और चिकित्सक द्वारा दी गई दवाईयां लेनी चाहिए.
दरअसल सामान्य ब्लड शुगर वाले मरीजों में वायरल बीमारी विशेषकर कोविड के मामलों में ब्लड शुगर के स्तर में बढ़ौतरी देखी गई है. कोविड उपचार के लिए दिए जाने वाले स्टेराॅयड से भी यह स्थिति उत्पन्न हो सकती है. इसलिए ऐसे मरीजों के उपचार में ब्लड शुगर की नियमित जांच तथा दी जाने वाली दवाईयों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए.
दिशा-निर्देशों के अनुसार कोविड देखभाल संस्थानों में ग्लूकोमीटर के माध्यम से प्रत्येक मरीज की कम से कम दो बार ब्लड शुगर की जांच की जानी चाहिए. मधुमेह से पीड़ित कोविड मरीज का उपचार मधुमेह के अनुसार होना चाहिए और मरीज को मधुमेह डाइट प्रदान की जानी चाहिए.
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