शिमला: कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन लगाया गया है. वहीं, हिमाचल में कोविड-19 की रोकथाम को लेकर कर्फ्यू लगाया गया है. ऐसे में कई हिस्सों में लोग फंसे हुए हैं. प्रदेश में भी कर्फ्यू लगने के कारण हिमाचल में हजारों प्रवासी मजदूर फंसे हुए हैं.
कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से मजदूर लंबे वक्त से फंसे हुए थे. अब जब करीब एक महीने बाद उन्हें घर जाने की इजाजत मिली तो रेल किराया पर विवाद छिड़ गया. इस पर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है और अब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इसको लेकर बड़ा फैसला लिया है.
सोनिया गांधी ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी को मजदूरों को घर जाने के लिए रेलवे टिकट का खर्च देने के निर्देश दिए हैं. हिमाचल कांग्रेस कमेटी ने इसको लेकर 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया है. कमेटी में हरदीप बाबा, अजय बहादुर, लखविंद्र राणा, रंजीत राणा, अजय महाजन और ठाकुर दास शर्मा को शामिल किया गया हैं. जिन प्रवासी मजदूरों को घर जाना है, कमेटी उनकी सूची तैयार करेगी. जिसके बाद उन्हें घर जाने के लिए रेल टिकट का खर्च मुहैया करवाया जाएगा.
कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के आदेशों के बाद प्रदेश में कमेटी का गठन किया है. जो प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में फंसे लोगों की सूची तैयार करेगी. पीसीसी चीफ ने कहा कि सबसे ज्यादा लोग बद्दी नालागढ़, कालाअंब में फंसे हुए है. ऐसे में कई लोग घर जाना चाह रहे हैं और उनके पास टिकट तक के पैसे नहीं है. ऐसे लोगों की मदद कांग्रेस करेगी.