शिमला: हिमाचल प्रदेश के सियासी गलियारे में इस समय अफसरशाही को लेकर घमासान मचा हुआ है. विपक्षी दल भाजपा आरोप लगा रही है कि सरकार में अफसर घुटन महसूस कर रहे हैं. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस की आपसी खींचतान में अफसरशाही परेशान है. नेता प्रतिपक्ष का ऐसा बयान आते ही पहले कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह और उसके बाद सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
सीएम ने कहा कि जयराम ठाकुर को अपनी सरकार का समय याद करना चाहिए. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष को अपने गिरेबान में झांकने की सलाह दे डाली. साथ ही कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में अफसरशाही कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है. पूर्व सरकार के समय तो मुख्य सचिव बदलने का रिकॉर्ड तक बना दिया गया था. दरअसल विक्रमादित्य सिंह ने कहा था कि कुछ अफसर अपनी लक्ष्मण रेखाएं लांघ रहे हैं. उन्होंने अधिकारियों पर फाइलें बदलने का आरोप लगाया था, साथ ही कहा था कि इस मामले को सीएम के सामने उठाएंगे.
इसके बाद विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया. नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा आपसी खींचतान से अधिकारी परेशान हैं और वे केंद्र जाने की तैयारी में है. इसके पलटवार में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जयराम ठाकुर को अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा अगर आपसी तालमेल न होता तो क्या आपदा में एक लाख की फौरी राहत दी जा सकती थी. उन्होंने कहा सरकार के साथ अधिकारी कंधे से कंधा मिलाकर रात दिन आपदा से बाहर प्रदेश को निकालने का काम कर रहे हैं. ऐसे में जयराम इन अधिकारियों को डिमोरलाइज कर रहे हैं, क्योंकि केंद्र में उनकी सरकार है. मुख्यमंत्री ने जयराम ठाकुर को अपने गिरेबान और कार्यकाल में झांकने की सलाह देते हुए कहा उनके समय में सात मुख्य सचिव बदले गए थे.
ये भी पढ़ें: हिमाचल प्रदेश के प्राइवेट स्कूलों में आर्थिक तौर पर कमजोर वर्ग के 3,402 बच्चों ने ली पहली कक्षा में एडमिशन