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कोरोना पीड़ित युवक के अंतिम संस्कार मामले पर क्या बोले CM ? - कोरोना पीड़ित का अंतिम संस्कार

कोरोना से सरकाघाट के युवक की मौत के बाद जिला प्रशासन द्वारा अपनाई गई लापरवाही पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सख्त रुख अपनाया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सख्त संदेश देते हुए कहा है कि आगे से ऐसी लापरवाही न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा.

CM Jairam on  corona victim funeral
कोरोना पीड़ित के अंतिम संस्कार पर सीएम जयराम
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Published : May 6, 2020, 7:23 PM IST

Updated : May 6, 2020, 7:40 PM IST

शिमला. कोरोना से युवक की मौत के बाद जिला प्रशासन द्वारा अपनाई गई लापरवाही पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सख्त रुख अपनाया है. अंतिम संस्कार के समय नगर निगम का सहयोग नहीं मिलना, अंतिम संस्कार के समय देर रात को महिला अधिकारी की ड्यूटी लगना, डेड बॉडी वैन के काफी समय बीत जाने के बाद सड़क सेनिटाइज करना जिला प्रशासन और नगर निगम को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है.

वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि आगे से ऐसी लापरवाही न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा. प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर बोलते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा में एक और मरीज के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और ज्यादा सतर्क हो गई है. सरकार बाहरी राज्यों से लाए जा रहे लोगों की निगरानी के लिए अब एक्टिव केस फाइंडिंग की तरह निगाह अभियान चला रही है.

वीडियो.

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बाहरी राज्यों से सभी को घर वापसी का इंतज़ाम किया, लेकिन देखने में आया है कि लोग ऐहतियात का पालन नहीं कर रहे हैं. सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार और सतर्क हो रही है और प्रदेशवसियों को घबराने की जरूरत नहीं है.

वीडियो.

क्या है मामला?

मंडी के कोरोना संक्रमित युवक ने बीते मंगलवार को आईजीएमसी में दम तोड़ दिया. युवक के दाह संस्कार के दौरान प्रशासनिक अव्यवस्था ने कोरोना से निपटने के लिए वाहवाही लूट रही जयराम सरकार की तैयारियों का स्तर बयान कर दिया. इस तरह के शवों को जलाने का काम नगर निगम का होता है, लेकिन निगम ने शव को जलाने से साफ मना कर दिया.

मंगलवार रात 11 बजे कनलोग में शिमला शहरी एसडीएम नीरज चांदला की देखरेख में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई. हालांकि देह संस्कार के दौरान अव्यवस्था देखने को मिली. शहर में इस तरह के शवों को जलाने का काम नगर निगम का होता है, लेकिन निगम ने शव को जलाने से मना कर दिया और निगम की ओर से कोई भी कर्मी शमशान घाट नहीं पहुचा.

इस दौरान एसडीएम नीरज चांदला ने कई बार निगम के अधिकारियों को फोन किए, लेकिन अधिकरियों ने शव को जलाने की जिम्मेदारी से साफ इंकार किया. अधिकारी बार-बार ये कहते रहे कि ये उनका प्रोटोकॉल नहीं है, जिसके बाद एसडीएम को खुद शमशान घाट पहुंचना पड़ा और प्रशासन की देखरेख में शव को जलाया गया.

ये भी पढ़ें: कोरोना पॉजिटिव शव के अंतिम संस्कार से मुकर गए MC अधिकारी, शमशान घाट पर बैठी रहीं SDM

शिमला. कोरोना से युवक की मौत के बाद जिला प्रशासन द्वारा अपनाई गई लापरवाही पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सख्त रुख अपनाया है. अंतिम संस्कार के समय नगर निगम का सहयोग नहीं मिलना, अंतिम संस्कार के समय देर रात को महिला अधिकारी की ड्यूटी लगना, डेड बॉडी वैन के काफी समय बीत जाने के बाद सड़क सेनिटाइज करना जिला प्रशासन और नगर निगम को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है.

वहीं, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सख्त संदेश देते हुए कहा कि आगे से ऐसी लापरवाही न हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा. प्रदेश में कोरोना की स्थिति पर बोलते हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कांगड़ा में एक और मरीज के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिली है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार और ज्यादा सतर्क हो गई है. सरकार बाहरी राज्यों से लाए जा रहे लोगों की निगरानी के लिए अब एक्टिव केस फाइंडिंग की तरह निगाह अभियान चला रही है.

वीडियो.

मुख्यमंत्री ने कहा कि मानवीय पहलू को ध्यान में रखते हुए सरकार ने बाहरी राज्यों से सभी को घर वापसी का इंतज़ाम किया, लेकिन देखने में आया है कि लोग ऐहतियात का पालन नहीं कर रहे हैं. सरकार द्वारा जारी निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार और सतर्क हो रही है और प्रदेशवसियों को घबराने की जरूरत नहीं है.

वीडियो.

क्या है मामला?

मंडी के कोरोना संक्रमित युवक ने बीते मंगलवार को आईजीएमसी में दम तोड़ दिया. युवक के दाह संस्कार के दौरान प्रशासनिक अव्यवस्था ने कोरोना से निपटने के लिए वाहवाही लूट रही जयराम सरकार की तैयारियों का स्तर बयान कर दिया. इस तरह के शवों को जलाने का काम नगर निगम का होता है, लेकिन निगम ने शव को जलाने से साफ मना कर दिया.

मंगलवार रात 11 बजे कनलोग में शिमला शहरी एसडीएम नीरज चांदला की देखरेख में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की गई. हालांकि देह संस्कार के दौरान अव्यवस्था देखने को मिली. शहर में इस तरह के शवों को जलाने का काम नगर निगम का होता है, लेकिन निगम ने शव को जलाने से मना कर दिया और निगम की ओर से कोई भी कर्मी शमशान घाट नहीं पहुचा.

इस दौरान एसडीएम नीरज चांदला ने कई बार निगम के अधिकारियों को फोन किए, लेकिन अधिकरियों ने शव को जलाने की जिम्मेदारी से साफ इंकार किया. अधिकारी बार-बार ये कहते रहे कि ये उनका प्रोटोकॉल नहीं है, जिसके बाद एसडीएम को खुद शमशान घाट पहुंचना पड़ा और प्रशासन की देखरेख में शव को जलाया गया.

ये भी पढ़ें: कोरोना पॉजिटिव शव के अंतिम संस्कार से मुकर गए MC अधिकारी, शमशान घाट पर बैठी रहीं SDM

Last Updated : May 6, 2020, 7:40 PM IST
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