शिमला: शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थियेटर में दूसरे शिमला क्लासिकल डांस फेस्टिवल का शानदार आगाज हो चुका है. उत्सव में चेन्नई की भरतनाट्यम नृत्यांगना जय कविहिनी ने विजय श्री विट्टल के साथ गेयटी के ऐतिहासिक मंच पर भरतनाट्यम की शानदार प्रस्तुति दी. उनकी इस प्रस्तुति ने सभागार में बैठे दर्शकों की खूब तालियां बटोरी.
जय कविहिनी की प्रस्तुति से पहले कार्यक्रम में स्थानीय कलाकारों ने अपने कार्यक्रम पेश किए. जिसमें सोलन की यशिका घांटा ने कथक की प्रस्तुति दे कर वाहवाही लूटी.
प्रदेश भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग की ओर से यह दूसरा शिमला क्लासिकल डांस फेस्टिवल करवाया जा रहा है. इसके बारे के बताते हुए विभाग की सचिव पूर्णिमा चौहान ने कहा कि इस उत्सव को बीते वर्ष भी लोगों ने काफी सराहा था यही वजह है कि दूसरे वर्ष भी विभाग ने इसका आयोजन किया है. इस बार स्थानीय कलाकारों को भी इस आयोजन में मंच प्रदान किया जा रहा है ताकि वो भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें और आज के आयोजन में यशिका ने अपनी कथक की प्रस्तुति से यह दर्शा दिया है कि प्रदेश में भी प्रतिभा की कोई कमी नहीं है.
कार्यक्रम में बुधवार को केरल के गुरु कलामंडलम रामचंद्र उन्नीथन कथकली नृत्य की प्रस्तुति देंग. उन्नीथन महाभारत के एक अध्याय में भगवान हनुमान की भूमिका निभा चुके हैं. इस दिन पर प्रदेश के मिनिकेतन साहू ओडिसी नृत्य की प्रस्तुति गेयटी में देंगे.
खास बात यह है कि तीन दिवसीय इस उत्सव में जो भी प्रसिद्ध कलाकार बाहर से आए हैं उन्होंने छात्रों के साथ बातचीत कर उन्हें संगीत, नृत्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
आपको बता दे कि तीन दिनों तक चलने वाले इस कार्यक्रम की शुरुआत 18 मार्च को होनी थी लेकिन गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के चलते राष्ट्रीय शोक से पहले दिन की प्रस्तुति गेयटी में नहीं हो पाई. पहले दिन प्रसिद्ध नृत्यांगना सुजाता मोहपात्रा ने प्रस्तुति देनी थी,लेकिन यह प्रस्तुति नहीं हो पाई.