रामपुर/शिमलाः पंचायत समिति सभागार में बाल विकास परियोजना रामपुर और ननखड़ी की संयुक्त बैठक उपमंडलाधिकारी रामपुर सुरेन्द्र मोहन की अध्यक्षता में की गयी. उपमंडलाधिकारी की अध्यक्षता में खंड स्तरीय अनुश्रवण एवं निगरानी समिति बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत ब्लॉक टास्क फोर्स पोषण अभियान के तहत खंड अभिसार समिति प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना और सशक्त महिला योजना की बैठक की गयी.
बाल विकास परियोजना अधिकारी रामपुर अतिरिक्त कार्यभर ननखड़ी अजय बदरेल ने बताया कि कोविड-19 के दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने रामपुर परियोजना में 5268 स्वयं सहायता समूह के साथ 15,096 मास्क तैयार किए गए.
साथ ही ननखड़ी में 945 और स्वयं सहायता समूह के साथ 1474 मास्क तैयार किए गए. उप-मण्डलाधिकारी रामपुर सुरेन्द्र की अध्यक्षता में बाल विकास परियोजना ननखड़ी की खण्डस्तरीय अनुश्रवण एवं निगरानी समिति की बैठक का आयोजन किया गया.
बैठक में बाल विकास परियोजना अधिकारी ननखड़ी, अजय बदरेल ने जानकारी दी कि परियोजना ननखड़ी में 113 आंगन वाड़ी केन्द्रों व 5 मिनी आंगन वाड़ी केन्द्रों के माध्यम से आईसीडीएस कार्यक्रम की सेवाओं व विभाग की अन्य योजनाओं का संचालन किया जा रहा है.
परियोजना में आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से 6 माह से 6 वर्ष के 1348 बच्चों, 155 गर्भवती महिलाओं, 173 धात्री माताओं व 355 बी.पी.एल. किशोरियों को विशेष पौषाहार कार्यक्रम के अंर्तगत लाभान्वित किया जा रहा है. इसके अतिरिक्त 3 से 6 वर्ष के 391 बच्चों को शालापूर्व शिक्षा उपलब्ध करवाई जा रही है.
बाल विकास परियोजना अधिकारी ने जानकारी दी कि स्वास्थय विभाग के सहयोग से परियोजना के सभी केन्द्रों में बच्चों की स्वास्थ्य जांच व टीकाकरण सुनिश्चित किया जा रहा है.
विभाग की ओर से चलाई गई योजनाओं के अंतर्गत उपलब्धियों में जुलाई 2017 तक परियोजना में बेटी है अनमोल योजना की 3 बालिकाओं को प्रथम घटक व 95 बालिकाओं को द्वितीय घटक में व मदर टेरेसा मातृ सम्बल योजना के अंर्तगत 72 माताओं के 104 बच्चों को लाभान्वित किया जा रहा है.
इसकेअतिरक्त मुख्यमन्त्री कन्यादान योजना के अंर्तगत 7 महिलाओं, मदर टेरेसा मातृ सम्बल योजना के अंर्तगत 06 माताओं के 09 बच्चों, विधवा पुनर्विवाह योजना के अंर्तगत 2 महिला से संबंधित मामले स्वीकृति के लिए भेजे गए हैं.
उप-मण्डलाधिकारी रामपुर ने निर्देश दिए कि किशोरियों की स्वास्थ्य जांच समय-समय पर सुनिश्चित की जाऐं . स्वास्थ्य विभाग की ओर से निर्धारित अनुसूची आई.सी.डी.एस. विभाग को समन्वय कर उपलब्ध करवाई जाए, ताकि किशोरियों की स्वास्थ्य जांच समय पर व नियमित रुप से हो सके .
बैठक में समीक्षा के दौरान अध्यक्ष महोदय ने निर्देश दिए कि परियोजना के कुपोषित बच्चों विषेश नजर रखी जाए व स्वास्थ्य विभाग के सहयोग अधिक से अधिक बच्चों की स्वास्थ्य जांच सुनिश्चित की जाए.
इसके अतिरक्त कहा कि आंगन वाड़ी केन्द्रों में भवनों व शौचालय का निर्माण प्राथमिकता के आधार पर किया जाए. साथ ही निर्देश दिए कि जो स्वंय सहायता समूह आय अर्जित करने के लिए कोई स्वंय रोजगार की गतिविधियां करना चाहते हैं.
ऐसे स्वयं सहायता समूह की सूची खण्ड विकास अधिकारी को उपलब्ध करवाई जाएं. विभाग की ओर से संचालित योजनाओं का व्यापक प्रचार व प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग योजनाओं से लाभान्वित हो सके.
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