शिमला: हिमाचल हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद शिमला के बाजारों में अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों और तहबाजारीयों पर नकेल लगाने के लिए नगर निगम ने अभियान तेज कर दिया है. नगर निगम के अधिकारियों ने वीरवार को माल रोड और लोअर बाजार में दुकानों के आगे किए अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों के चालान काटे, जिस पर दुकानदार भड़क गए और विरोध में उतर आए. दुकानदारों ने इसके विरोध में दुकानें बंद कर दी और दुकानदारों को परेशान करने के आरोप लगाया. हालांकि ,नगर निगम के अधिकारियो ने कोर्ट के आदेशों की बात कही.
69 हजार जुर्मान वसूला: नगर निगम आयुक्त आशीष कोहली ने बताया कि हाईकोर्ट के निर्देशों के अनुसार अतिक्रमण हटाने और तहबाजारी को रोकने के लिए निगम प्रशासन सख्त कार्रवाई कर रहा है. पिछले काफी समय से लगातार चालान भी काटे जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब तक कुल 69 हजार रुपयों के चलान वसूल किए गए , जबकी इनमें से 32 चालान एक सप्ताह के अंदर हुए.
स्पेशल टास्क फोर्स का होगा गठन: आशीष कोहली ने बताया कि हाई कोर्ट के निर्देशों के अनुसार अतिक्रमण हटाने और तहबाजारी को रोकने के लिए एक स्पेशल टास्क फोर्स गठित करने के निर्देश दिए गए हैं , जिसे जल्द लागू किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बाजारों को आम लोगों के आवागमन के लिए सुचारू बनाने तथा आगजनी अथवा आपातकाल जैसी हालात में अग्निशमन वाहनों के लिए सुचारू बनाने के लिए बेहद जरूरी है कि दुकानदारों के अतिक्रमण को हटाया जाए.
दुकानदारों ने दुकानों को बंद कर दिया: नगर निगम की कार्रवाई से नाराज दुकानदारों ने दुकानें बंद कर दी. दुकानदार संजीव ने कहा कि हाईकोर्ट का हवाला देकर एमसी दुकानदारों से सौतेला व्यवहार कर रही है. बाजार में रेहड़ी लगाने वालों ने ज्यादा जगह घेर रखी है. उन पर कार्रवाई नहीं की जा रही और दुकानदारों के चालान बनाए जा रहे. सभी दुकानदार बैठक करेंगे, जिसमें निर्णय लिया जाएगा कि कब तक दुकानें बंद रखी जाएगी.
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