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'काजा में स्थापित होगा 880 मेगावाट का सोलर प्लांट, लुहरी परियोजना का भी जल्द होगा शिलान्यास' - लुहरी परियोजना का शिलान्यास

अब 11 राज्यों को एसजेवीएनएल द्वारा बिजली मुहैया करवाई जाएगी. अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक नंद लाल शर्मा ने बताया कि पहले 9 राज्यों को दी जा रही थी, लेकिन अब दो राज्य और जुड़ गए हैं जिनमें महाराष्ट्र और गुजरात मौजूद हैं. सबसे पहले हाइड्रो प्रोजेक्ट को बनाने की शुरुआत शिमला जिले के रामपुर बुशहर के नाथपा झाकड़ी से की गई.

प्रबन्ध निदेशक नंद लाल शर्मा
प्रबन्ध निदेशक नंद लाल शर्मा
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Published : Aug 8, 2021, 7:21 PM IST

रामपुर बुशहर/शिमला: देश-प्रदेश के साथ साथ बाहरी देशों में भी नाम कमा रही सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड बेहतरीन कार्य के लिए मानी जाती है. सबसे पहले हाइड्रो प्रोजेक्ट को बनाने की शुरूआत हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला में रामपुर बुशहर के नाथपा झाकड़ी से की गई. नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट 2004 में शुरू किया गया. इसके बाद एसजेवीएनएल (सतलज जल विद्युत निगम) 15 सौ मेगावाट ने लगातार अपनी उन्नति की ओर कदम बढ़ाया. एसजेवीएनएल के अधिकारियों की कड़ी मेहनत रंग लाती रही.


इसके बाद भारत और प्रदेश सरकार इनकी कामयाबी को देखते हुए लगातार एसजेवीएनएल को नए प्रोजेक्टों को तैयार करने का कार्य सौंपते रहे और इन्होंने लगातार नए प्रोजेक्टों को तैयार करने का कार्य ईमानदारी और लगन से किया. इसी का नतीजा है कि आज एसजेवीएनएल अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के नेतृत्व में 27 प्रोजेक्ट मौजूद हैं. इनमें 6 प्रोजेक्ट कार्यरत हैं, 8 प्रोजेक्ट का कार्य चल रहा है और 13 प्रोजेक्टों पर सर्वेक्षण चल रहा है.

वीडियो.
वहीं, नाथपा झाकड़ी के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक नंद लाल शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि अब 11 राज्यों को एसजेवीएनएल द्वारा बिजली मुहैया करवाई जाएगी. पहले 9 राज्यों को दी जा रही थी, लेकिन अब दो राज्य और जुड़ गए हैं जिनमें महाराष्ट्र और गुजरात मौजूद हैं. इस दौरान उन्होंने बताया कि लगातार 15 सो मेगावाट और 412 मेगावाट अपने नए रिकॉर्ड बना रही है जिसके लिए उन्होंने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है. नंद लाल शर्मा ने बताया कि लुहरी परियोजना का शिलान्यास भी जल्द ही किया जाएगा जिसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और कंपनी द्वारा भी देश के प्रधानमंत्री को शिलान्यास करने बारे अवगत करवाया है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के काजा में भी एसजेवीएनएल द्वारा 880 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जाएगा, जिसका सर्वे किया गया है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 तक 5 हजार, 2030 तक 12 हजार और 2040 तक 25 हजार मेगावाट की कंपनी बनाकर तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस दौरान परियोजना प्रमुख नाथपा झाकड़ी रवि नेगी, प्रेम सिंह नेगी और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.


बता दें कि एसजेवीएनएल के प्रोजेक्टों से जहां कंपनी को लाभ हुआ है वहीं प्रदेश और केंद्र सरकार को भी कंपनी के कार्य से लाभ हुआ है. इसके साथ-साथ जनता भी लाभान्वित हो रही है. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एसजेवीएनएल से जो भी लोग जुड़े हैं, वह कंपनी से भरपूर लाभ ले रहे हैं. हर संभव सहायता करने के लिए एसजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा तत्पर रहते हैं.

ये भी पढ़ें- हिमाचल पर 60 हजार करोड़ का कर्ज, फिर भी सचिवालय की मरम्मत पर खर्च कर दिए करोड़ों रुपये

ये भी पढ़ें: राजीव गांधी खेल रत्न अवार्ड का नाम बदलने पर धूमल ने दी प्रतिक्रिया, कही ये बात

रामपुर बुशहर/शिमला: देश-प्रदेश के साथ साथ बाहरी देशों में भी नाम कमा रही सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड बेहतरीन कार्य के लिए मानी जाती है. सबसे पहले हाइड्रो प्रोजेक्ट को बनाने की शुरूआत हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला में रामपुर बुशहर के नाथपा झाकड़ी से की गई. नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट 2004 में शुरू किया गया. इसके बाद एसजेवीएनएल (सतलज जल विद्युत निगम) 15 सौ मेगावाट ने लगातार अपनी उन्नति की ओर कदम बढ़ाया. एसजेवीएनएल के अधिकारियों की कड़ी मेहनत रंग लाती रही.


इसके बाद भारत और प्रदेश सरकार इनकी कामयाबी को देखते हुए लगातार एसजेवीएनएल को नए प्रोजेक्टों को तैयार करने का कार्य सौंपते रहे और इन्होंने लगातार नए प्रोजेक्टों को तैयार करने का कार्य ईमानदारी और लगन से किया. इसी का नतीजा है कि आज एसजेवीएनएल अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के नेतृत्व में 27 प्रोजेक्ट मौजूद हैं. इनमें 6 प्रोजेक्ट कार्यरत हैं, 8 प्रोजेक्ट का कार्य चल रहा है और 13 प्रोजेक्टों पर सर्वेक्षण चल रहा है.

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वहीं, नाथपा झाकड़ी के अध्यक्ष एवं प्रबन्ध निदेशक नंद लाल शर्मा ने पत्रकारों को बताया कि अब 11 राज्यों को एसजेवीएनएल द्वारा बिजली मुहैया करवाई जाएगी. पहले 9 राज्यों को दी जा रही थी, लेकिन अब दो राज्य और जुड़ गए हैं जिनमें महाराष्ट्र और गुजरात मौजूद हैं. इस दौरान उन्होंने बताया कि लगातार 15 सो मेगावाट और 412 मेगावाट अपने नए रिकॉर्ड बना रही है जिसके लिए उन्होंने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है. नंद लाल शर्मा ने बताया कि लुहरी परियोजना का शिलान्यास भी जल्द ही किया जाएगा जिसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और कंपनी द्वारा भी देश के प्रधानमंत्री को शिलान्यास करने बारे अवगत करवाया है. उन्होंने बताया कि प्रदेश के काजा में भी एसजेवीएनएल द्वारा 880 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जाएगा, जिसका सर्वे किया गया है. उन्होंने बताया कि वर्ष 2023-24 तक 5 हजार, 2030 तक 12 हजार और 2040 तक 25 हजार मेगावाट की कंपनी बनाकर तैयार करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस दौरान परियोजना प्रमुख नाथपा झाकड़ी रवि नेगी, प्रेम सिंह नेगी और अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे.


बता दें कि एसजेवीएनएल के प्रोजेक्टों से जहां कंपनी को लाभ हुआ है वहीं प्रदेश और केंद्र सरकार को भी कंपनी के कार्य से लाभ हुआ है. इसके साथ-साथ जनता भी लाभान्वित हो रही है. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एसजेवीएनएल से जो भी लोग जुड़े हैं, वह कंपनी से भरपूर लाभ ले रहे हैं. हर संभव सहायता करने के लिए एसजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा तत्पर रहते हैं.

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