रामपुर बुशहर/शिमला: देश-प्रदेश के साथ साथ बाहरी देशों में भी नाम कमा रही सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड बेहतरीन कार्य के लिए मानी जाती है. सबसे पहले हाइड्रो प्रोजेक्ट को बनाने की शुरूआत हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला में रामपुर बुशहर के नाथपा झाकड़ी से की गई. नाथपा झाकड़ी हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट 2004 में शुरू किया गया. इसके बाद एसजेवीएनएल (सतलज जल विद्युत निगम) 15 सौ मेगावाट ने लगातार अपनी उन्नति की ओर कदम बढ़ाया. एसजेवीएनएल के अधिकारियों की कड़ी मेहनत रंग लाती रही.
इसके बाद भारत और प्रदेश सरकार इनकी कामयाबी को देखते हुए लगातार एसजेवीएनएल को नए प्रोजेक्टों को तैयार करने का कार्य सौंपते रहे और इन्होंने लगातार नए प्रोजेक्टों को तैयार करने का कार्य ईमानदारी और लगन से किया. इसी का नतीजा है कि आज एसजेवीएनएल अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक के नेतृत्व में 27 प्रोजेक्ट मौजूद हैं. इनमें 6 प्रोजेक्ट कार्यरत हैं, 8 प्रोजेक्ट का कार्य चल रहा है और 13 प्रोजेक्टों पर सर्वेक्षण चल रहा है.
बता दें कि एसजेवीएनएल के प्रोजेक्टों से जहां कंपनी को लाभ हुआ है वहीं प्रदेश और केंद्र सरकार को भी कंपनी के कार्य से लाभ हुआ है. इसके साथ-साथ जनता भी लाभान्वित हो रही है. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से एसजेवीएनएल से जो भी लोग जुड़े हैं, वह कंपनी से भरपूर लाभ ले रहे हैं. हर संभव सहायता करने के लिए एसजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक नंद लाल शर्मा तत्पर रहते हैं.
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