शिमला: हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करों के खिलाफ पुलिस का सर्जिकल स्ट्राइक जारी है. इसी कड़ी में शिमला पुलिस ने कई नशा तस्करों को गिरफ्तार भी किया है और उनके प्रॉपर्टी भी सीज की है. ताजा मामले पुलिस ने रोहड़ू में एक नशा तस्कर की 52 लाख रुपए की प्रॉपर्टी फ्रीज की है, इस फ्रीजिंग ऑर्डर को कंपीटेंट अथॉरिटी (केंद्र सरकार) ने भी कन्फर्म कर दिया है. जानकारी के अनुसार रोहड़ू पुलिस ने कुछ महीने पहले नशा तस्करी के एक ही मामले में 12-13 लोग पकड़े थे. जांच पूरी होने के बाद इसके मुख्य आरोपी और सप्लायर अंकेश ठाकुर की संपत्ति को फ्रीज किया गया है.
बता दें कि इसी मामले में आरोपी की 18 लाख रुपये की गाड़ियां भी फ्रीज करने की तैयारी है. एसपी संजीव गांधी ने बताया कि पिछले कुछ समय से नशा तस्करों पर सख्त कार्रवाई की जा रही है. नशे के सप्लायरों को नहीं बख्शा जाएगा. दूसरे मामलों में भी पुलिस इसी तरह आरोपियों की प्रॉपर्टी को फ्रीज करने में जुटी है ताकि नशा तस्करों को सख्त संदेश दिया जा सके. संजीव गांधी ने बताया कि जल्द हरियाणा में भी एक तस्कर की 2 करोड़ की प्रॉपर्टी फ्रीज करने की तैयारी है. दूसरे नशा-तस्करों की गाड़ी, ट्रकों को भी फ्रीज करके पुलिस कड़ा संदेश दे रही है. इस साल करीब 1600 नशा तस्कर पूरे प्रदेश में पकड़े गए हैं. इनमें से 670 के करीब अकेले शिमला के है.
गौरतलब है कि शिमला पुलिस नशे के खिलाफ युवाओं को भी जागरूक कर रही है. इस मुहिम के तहत शिमला पुलिस के अधिकारी बच्चों को जाकर बता रहे हैं की नशे से दूर रहकर, वे किस तरह अपना, प्रदेश और राष्ट्र का बेहतर निर्माण कर सकते हैं. पुलिस ये मान कर चल रही है कि यदि हमारे युवा पीढ़ी नशे में चली गई तो इसका नुकसान व्यक्ति को खुद नहीं उसके पूरे परिवार समाज और राष्ट्र को उठाना पड़ता है. इसी एक सोच के साथ शिमला पुलिस के अधिकारी बच्चों को जाकर बता रहे हैं कि नशे से कैसे दूर रह जा सकता है.
जागरूक अभियान के तहत बताया जा रहा है कि यदि स्कूल के आसपास कोई नशा बेचते हुए या बेचने का प्रलोभन देता है तो उसकी सूचना गुप्त रूप से पुलिस को कैसे दी जा सकती है. इसके बारे में भी बच्चों को जागरूक किया जा रहा है. शिमला पुलिस के एसपी संजीव गांधी ने बताया कि बच्चों को बेहतर भविष्य देने के लिए उन्हें नशे से दूर रखना जरूरी है. इसलिए शिमला पुलिस अपनी एक सामाजिक जिम्मेवारी को निभाते हुए स्कूलों में जाकर बच्चों को नशे के कुप्रभावों से अवगत करवा रही है ताकि वह उन्हें नशे से दूर रखा जा सके.
ये भी पढ़ें: शिमला में होटल कर्मचारी की संदिग्ध मौत