शिमला: बीते दिन हुई बर्फबारी के बाद शुक्रवार सुबह से ही जिला के अधिकतर हिस्सों में यातायात ठप रहा. लोक निर्माण विभाग की ओर से सड़कों से बर्फ हटाने का कार्य सुबह से ही शुरु कर दिया गया था. दोपहर तक कुफरी नारकंडा और खड़ा पत्थर मार्ग को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया गया, हालांकि अभी बसों की आवाजाही नहीं हो रही है. अभी भी 19 मुख्य सड़कें और 160 लिंक रोड बंद पड़े हुए हैं. विभाग की ओर से इन सड़कों को खोलने के लिए कार्य किया जा रहा है. शुक्रवार शाम तक अधिकतर सड़कों को खोलने का दावा जिला प्रशासन ने किया है.
ऊपरी क्षेत्रों की सड़कों से बर्फ हटाने का काम किया शुरू
जिला उपायुक्त आदित्य नेगी ने कहा कि बीते दिन शिमला जिला में काफी ज्यादा बर्फबारी हुई है. मौसम साफ होते ही सबसे पहले अस्पतालों को जोड़ने वाली सड़कों को खोला गया. सुबह ऊपरी क्षेत्रों की सड़कों से बर्फ हटाने का काम शुरू किया गया. दोपहर तक कुफरी नारकंडा खड़ा पत्थर की सड़कों से बर्फ हटा दी गई है और वाहनों की आवाजाही भी इन सड़कों पर हो रही है.
शिमला चंडीगढ़ राष्ट्रीय मार्ग को भी सुबह वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया था और दूध की सप्लाई भी दोपहर तक शहर में नियमित रूप से की गई. इसके अलावा बिजली की तारों पर पेड़ों के गिरने से कई हिस्सों में बिजली बाधित हुई है, जिसे ठीक करने का कार्य किया जा रहा है. जल्दी सभी क्षेत्रों में बिजली की सप्लाई सुचारू रूप से होगी.
शहर में 24 घंटे से बिजली गुल
बर्फबारी के चलते शहर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई है. 24 घंटे बीत जाने के बाद भी शहर के साथ लगते कुसुम्पटी, विकास नगर संजोली सहित कई हिस्सों में बिजली नहीं है. हालांकि शुक्रवार सुबह तक मौसम साफ हो गया है, लेकिन तारों पर पेड़ की टहनियां गिरने से जगह-जगह तारें टूट गई हैं. बिजील के तारों को ठीक करने का कार्य शुरू कर दिया गया है.
सड़कों पर फिसलन बढ़ी
फिलहाल अभी ऊपरी शिमला के लिए बसों की आवाजाही नहीं हो पा रही है. सड़कों पर फिसलन बढ़ गई है जिसके चलते परिवहन निगम की ओर से बसें नहीं चलाई जा रही हैं. शनिवार को ही ऊपरी क्षेत्रों के लिए बसों की आवाजाही शुरू होने की उम्मीद है.
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