शिमला: सरकारी स्कूलों की 10वीं और 12वीं कक्षा की प्री-बोर्ड परीक्षाएं सोमवार से शुरू हो रही हैं. कोविड के नियमों के तहत ये परीक्षाएं आयोजित करवाई जाएंगी. दसवीं और 12वीं की प्री बोर्ड परीक्षाएं 8 से 20 मार्च तक सुबह के सत्र में होगी. परीक्षा सुबह 8:45 से दोपहर 12 बजे तक आयोजित की जाएगी. जिसके बाद 25 मार्च को प्री बोर्ड परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाएगा.
फाइनल परीक्षा से पहले ऐसे छात्रों पर दिया जाएगा विशेष ध्यान
प्री बोर्ड परीक्षाएं करवाने का उद्देश्य छात्रों को बोर्ड की फाइनल परीक्षा के लिए तैयार करना है. इस परीक्षा में कम अंक प्राप्त करने वाले छात्रों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा. प्री-बोर्ड में जिन बच्चों के 30 फीसदी से कम अंक आएंगे उनके लिए रिमेडियल कक्षाएं लगाई जाएगी. छात्रों के लिए एक्स्ट्रा कक्षाएं भी लगाई जाएगी.
इस साल छात्रों की कम हुई हैं नियमित कक्षाएं
कोविड के कारण पिछले एक साल से स्कूल बंद रहे हैं और बच्चों की पढ़ाई ऑनलाइन ही हुई है. इस दौरान काफी कॉन्सेप्ट बच्चों के क्लीयर नहीं हो पाए हैं. फरवरी में स्कूल खुलने के बाद अब मार्च में ही छात्रों की प्री बोर्ड परीक्षाएं हैं. ऐसे में बच्चों को भी नियमित कक्षाएं लगाने का कम समय मिला है.
8 अप्रैल से 17 अप्रैल तक प्रैक्टिकल
हालांकि शिक्षा विभाग का कहना है कि पिछले साल भी प्री-बोर्ड की परीक्षाएं करवाई गई थी जिसके बेहतर परिणाम सामने आए थे. ऐसे में इस बार भी इन परीक्षाओं को करवाने का फैसला लिया गया. प्री बोर्ड परीक्षाओं से बच्चों की काफी तैयारी हो जाएगी. बच्चे जान पाएंगे कि वे किन विषय में कमजोर हैं और उन्हें किन विषय में ज्यादा तैयारी की जरूरत है. स्कूल अपने स्तर पर ही इन परीक्षाओं की तैयारियां करवाएगा और छात्रों का मुल्यांकन भी करेगा. बता दें कि प्री बोर्ड परीक्षाओं के बाद 8 अप्रैल से 17 अप्रैल तक प्रैक्टिकल होंगे.
शिक्षकों की मांग का नहीं हुआ असर
शिक्षक संघ इन परीक्षाओं को करवाने के पक्ष में नहीं थे लेकिन विरोध के बाद भी परीक्षाएं करवाई जा रही हैं. छात्रों की फाइनल परीक्षाएं अप्रैल और मई माह में होनी हैं. छात्रों को तैयारियों के लिए एक माह का समय है. ऐसे में शिक्षक भी असमंजस में हैं कि वे इतने कम समय में छात्रों की कैसे तैयारी करवा सकेंगे.
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