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देव बीजू नवग्रह वृक्ष वाटिका में सुकेत व्यापार मंडल ने किया पदम वृक्ष का वृक्षारोपण

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Published : Aug 11, 2020, 1:00 PM IST

सुंदरनगर में स्थापित हिमाचल प्रदेश की प्रथम देव बीजू नवग्रह वृक्ष वाटिका में सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर ने पदम वृक्ष का वृक्षारोपण किया. यह वृक्ष आजकल मुश्किल से ही प्राप्त होता है. इस वाटिका के सौंदर्यीकरण के लिए सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर की ओर से जल्द सहयोग किया जाएगा.

वृक्ष वाटिका
फोटो.

सुंदरनगर/मंडी: सुंदरनगर में स्थापित हिमाचल प्रदेश की प्रथम देव बीजू नवग्रह वृक्ष वाटिका में श्रावण मास के अंतिम सोमवार को सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर के संयोजक सुरेश कुमार ने मुख्यातिथि व चेयरमैन वीरेंद्र सूद ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की.

जानकारी देते हुए वाटिका के संस्थापक अभिषेक सोनी ने बताया है कि सलाह वार्ड वासियों ने मुख्यातिथि और अन्य गणमान्य सदस्यों का फूल मालाओं से स्वागत किया. इस मौके पर सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर ने वाटिका में पदम वृक्ष का वृक्षारोपण किया. ग्रामीण क्षेत्रों में यह वृक्ष आजकल मुश्किल से ही प्राप्त होता है. देव बीजू नवग्रह वृक्ष वाटिका में पदम वृक्ष स्थानीय लोगों को आसानी से उपलब्ध होगा.

वीडियो रिपोर्ट.

इस अवसर पर मुख्यातिथी सुरेश कौशल ने कहा कि इस वाटिका के निर्माण से सुंदरनगर का धार्मिक महत्व और बढ़ गया है. इस वाटिका के सौंदर्यीकरण के लिए सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर की ओर से जल्द सहयोग किया जाएगा. उन्होंने सलाह वासियों और प्रदेश की जनता को नवग्रह वाटिका बनाने पर बधाई भी दी.

वृक्ष का क्या है महत्व
पदम वृक्ष जिसे स्थानीय भाषा में पाजा कहा जाता है. इस वृक्ष को हिमालयन चैरी के नाम से भी जाना जाता है. सनातन धर्म के अनुसार इस वृक्ष का वर्णन हिमा और केदराजा के रूप में हुआ है.

आयुर्वेद के अनुसार पदम वृक्ष का उपयोग विषेश रूप से चर्म रोग और कुष्ठ रोग को ठीक करने में किया जाता है. आयुर्वेद में इसका उपयोग संस्कृत के दोहे में वर्णित है. वहीं, पाजा वृक्ष की लकड़ी को सनातन धर्म अनुसार सभी शुभ काम में लगाया जाता है.

ये भी पढ़ें: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के दिन भी सूने पड़े बाजार

सुंदरनगर/मंडी: सुंदरनगर में स्थापित हिमाचल प्रदेश की प्रथम देव बीजू नवग्रह वृक्ष वाटिका में श्रावण मास के अंतिम सोमवार को सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर के संयोजक सुरेश कुमार ने मुख्यातिथि व चेयरमैन वीरेंद्र सूद ने विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की.

जानकारी देते हुए वाटिका के संस्थापक अभिषेक सोनी ने बताया है कि सलाह वार्ड वासियों ने मुख्यातिथि और अन्य गणमान्य सदस्यों का फूल मालाओं से स्वागत किया. इस मौके पर सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर ने वाटिका में पदम वृक्ष का वृक्षारोपण किया. ग्रामीण क्षेत्रों में यह वृक्ष आजकल मुश्किल से ही प्राप्त होता है. देव बीजू नवग्रह वृक्ष वाटिका में पदम वृक्ष स्थानीय लोगों को आसानी से उपलब्ध होगा.

वीडियो रिपोर्ट.

इस अवसर पर मुख्यातिथी सुरेश कौशल ने कहा कि इस वाटिका के निर्माण से सुंदरनगर का धार्मिक महत्व और बढ़ गया है. इस वाटिका के सौंदर्यीकरण के लिए सुकेत व्यापार मंडल सुंदरनगर की ओर से जल्द सहयोग किया जाएगा. उन्होंने सलाह वासियों और प्रदेश की जनता को नवग्रह वाटिका बनाने पर बधाई भी दी.

वृक्ष का क्या है महत्व
पदम वृक्ष जिसे स्थानीय भाषा में पाजा कहा जाता है. इस वृक्ष को हिमालयन चैरी के नाम से भी जाना जाता है. सनातन धर्म के अनुसार इस वृक्ष का वर्णन हिमा और केदराजा के रूप में हुआ है.

आयुर्वेद के अनुसार पदम वृक्ष का उपयोग विषेश रूप से चर्म रोग और कुष्ठ रोग को ठीक करने में किया जाता है. आयुर्वेद में इसका उपयोग संस्कृत के दोहे में वर्णित है. वहीं, पाजा वृक्ष की लकड़ी को सनातन धर्म अनुसार सभी शुभ काम में लगाया जाता है.

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