मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव किस तरह से मनाया जाता है, इसकी सारी जानकारी लिखित में रहेगी. इसे एक पुस्तक का रूप दिया जा रहा है, जिसमें महोत्सव के आयोजन का पूरा ब्यौरा क्रमवार लिखा रहेगा.
ये ‘मार्गदर्शिका’ आयोजकों के लिए एक संदर्भ पुस्तक के तौर पर उपयोगी होगी. इसके जरिए आने वाली पीढ़ी कई दशकों बाद भी शिवरात्रि महोत्सव के स्वरूप को जान पाएगी. वर्तमान में इस तरह की कोई भी मार्गदर्शिका नहीं है.
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी श्रवण मांटा ने शुक्रवार को देवता उप समिति की बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में ‘मार्गदर्शिका’ प्रकाशन को लेकर विस्तृत चर्चा की गई. एडीएम श्रवण मांटा ने कहा कि मंडी शिवरात्रि महोत्सव के आयोजन से जुड़ी प्रक्रिया को लिपिबद्ध करने की जरूरत महसूस की जा रही थी, ताकि इसके आयोजन से जुड़े सभी पक्षों को महोत्सव की शुरुआत से समापन तक की सारी प्रक्रिया को जानने-समझने में आसानी हो.
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर के दिशा निर्देश पर सर्व देवता समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा और अन्य बुद्धिजीवियों के सहयोग से मार्गदर्शिका बनाई जा रही है. एडीएम श्रवण मांटा ने कहा कि यह मार्गदर्शिका वर्तमान के लिए उपयोगी होगी. साथ ही ये दस्तावेज आने वाली पीढ़ियों के लिए भी महोत्सव के आयोजन में मददगार होगा.
इसका प्रथम प्रारूप तैयार कर लिया गया है. सभी संबंधित पक्षों से चर्चा व सर्व देवता समाज समिति के अनुमोदन के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा. उन्होंने एडीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर शिवरात्रि महोत्सव के शुभारंभ पर इस ‘मार्गदर्शिका’ का विमोचन करेंगे.
बता दें कि इस पुस्तक में शिवरात्रि महोत्सव में कब क्या किया जाता है, आयोजन में किसका क्या दायित्व रहता है. इसे लेकर गठित की जाने वाली समितियों, बैठकों की समय सारणी, देवताओं के निमंत्रण व महोत्सव में शामिल होने की प्रक्रिया, जलेब में चलने का क्रम, बैठने के स्थान समेत अन्य सभी जानकारियां क्रमवार लिखी जाएंगी. सर्व देवता समाज समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा ने इस प्रयास के लिए उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर और जिला प्रशासन की पूरी टीम का आभार जताया है.
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