मंडी: मानसून के जोर पकड़ने पर प्रशासन अतिसंवेदनशील जगहों में निगरानी रख रहा है. मंडी जिला में डयोड व कोटरोपी दो जगहों पर प्रशासन मुख्य रूप से चैकस है. दोनों जगहों में आईआईटी मंडी की मदद से सेंसर स्थापित किए गए हैं. यहां हलचल पर इन सेंसरों में संदेश मिलने पर प्रशासन जल्द कार्रवाई का दावा कर रहा है.
बता दें कि डयोड व कोटरोपी में बरसात के दौरान भूस्खलन का खतरा बना हुआ है. दोनों ही जगह पर पहाड़ी दकरने से बड़ा हादसा पेश आ सकता है. ऐसे में खतरा भांपने के लिए दोनों जगहों पर सेंसर लगाए गए हैं ताकि खतरा होने पर ट्रैफिक को रोका जा सके.
एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से मानसून ने जोर पकड़ा है. ऐसे में जिले में कई जगहों में लैंडस्लाइड से सड़कें अवरूद्ध हुई हैं. इन जगहों में लोक निर्माण विभाग की टीम एक्टिव है. उन्होंने बताया कि अतिसंवेदनशील जगहों में प्रशासन खास नजर रख रहा है. सेंसर में मूवमेंट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी.
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एडीसी ने बताया कि डयोड में एनएचएआई की मैन पावर मौके पर रहती है. इसी के साथ फ्लैग मैन भी लगाया गया है ताकि वाहन चालकों को खतरे के बारे में अवगत करवाया जा सके. इसके अलावा पठानकोट-मंडी सड़क मार्ग पर कोटरोपी में पुलिस के साथ लोक निर्माण विभाग की टीम मौके पर तैनात है. अगर कोई भूस्खलन होता है तो दोनों ही टीमें जल्द कार्रवाई अमल में लाएगी.
गर्ग ने बताया कि कोटरोपी अगर कोई भूस्खलन होता है तो ट्रैफिक को डायवर्ट करना और मलबा हटाना मुख्य कार्य रहेगा. एडीसी ने बताया कि इन दोनों ही चीजों के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार है. उन्होंने लोगों से नदी-नालों के पास न जाने की और सावधानी बरतनें की अपील की है.
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