सरकाघाट: कृषि प्रसार अधिकारी की कोरोना से हुई मौत के बाद प्रदेश कृषि प्रसार अधिकारी संघ में भारी रोष है. संघ ने कृषि विभाग और सरकार को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्हें जल्द ही मास्क, सैनिटाइजर और पीपीई किट प्रदान नहीं की गई तो विक्रय केंद्रों पर बीज नहीं बांटेंगे.
अधिकारी की कोरोना से मौत के बाद संघ में रोष
कृषि प्रसार अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष संजय गारला, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बलवंत ठाकुर, महामंत्री रविंद्र सिंह नेगी और जिला मंडी अध्यक्ष सुरेंद्र नायक आदि ने कृषि प्रसार अधिकारी सुरेंद्र ठाकुर के अचानक हुए निधन पर गहरा शोक जताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी सेवाएं देते हुए इस अधिकारी ने अपनी जान कुर्बान कर दी है. इसलिए इन्हें कोरोना योद्धा का दर्जा मिलना चाहिए. प्रदेशाध्यक्ष संजय गारला ने सरकार से मांग उठाई कि कृषि अधिकारियों को भी स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की तर्ज पर करोना योद्धा घोषित किया जाए. इसके साथ ही इनका पांच लाख रुपए का बीमा भी करने की मांग की है. दरअसल, आजकल खरीफ के सीजन में हजारों किसान रोज बीज लेने कार्यालय में आ रहे हैं. हैरानी की बात है कि किसी भी बिक्री केंद्र पर न तो सैनिटाइजर उपलब्ध है और न ही ग्लब्ज और पीपीई किट.
कृषि विक्रय केंद्र पर उपलब्ध करवाई जाए पीपीई किट
प्रदेश अध्यक्ष ने कृषि मंत्री और निदेशक से अनुरोध किया है कि हर कृषि विक्रय केंद्र पर पीपीई किट उपलब्ध करवाई जाए क्योंकि कृषि अधिकारियों और कर्मचारियों की जान पर बन आइ है. उन्होंने कहा कि आज हमने अपना एक साथी खोया है, क्या पता इस बीमारी में और साथियों को कोरोना हो जाए. उन्होंने कहा कि मृतक अधिकारी परिवार का अकेला सहारा था और न्यू पेंशन स्कीम के तहत आता था. उन्होंने मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री और प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि पुरानी पेंशन स्कीम लागू की जाए, साथ ही कृषि सचिव, कृषि निदेशक और कृषि उपनिदेशक से अनुरोध किया है कि सोमवार तक सभी कृषि विक्रय केंद्रों पर सैनिटाइजर, ग्लब्ज और पीपीई किट उपलब्ध करवाई जाए, नहीं तो कोई भी कृषि अधिकारी कृषि वितरण केंद्रों में बीज नहीं बांटेगा.
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