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मंडी के शिक्षकों को भाया निष्ठा कार्यक्रम, रिव्यू मीटिंग में मिला सकरात्मक फीडबैक

एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिन स्कूलों में कम अध्यापक हैं, वहां पर स्मार्ट कक्षा कक्ष का प्रयोग किया जाए ताकि शिक्षण में रुकावट न आए।

Review meeting of all diet departments
मंडी के शिक्षकों को भाया निष्ठा कार्यक्रम
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Published : Dec 13, 2019, 7:25 PM IST

मंडी: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान मंडी में शुक्रवार को डाइट के सभी विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने की. बैठक में टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम को लेकर चर्चा की गई. जिलाभर के शिक्षकों की ओर से टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम (निष्ठा) की सराहना की गई. ब्लॉक स्तर से अधिकारियों को भी इस प्रोग्राम को लेकर सकारात्मक फीडबैक अध्यापकों की ओर से मिला है.

इस दौरान बताया गया कि जिला में अब तक करीब पांच हजार अध्यापकों को इस प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित किया जा चुका है. बैठक में जिला के शिक्षा संबंधित कार्यों व गतिविधियों की समीक्षा की गई. जिला परियोजना अधिकारी बलबीर भारद्वाज ने सभी विभागों द्वारा की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी.

वीडियो.

एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने बताया कि बैठक में निष्‍ठा को लेकर सकारात्मक फीडबैक मिला है. उन्‍होंने बताया कि समर्थ के लांग टर्म में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे. उन्होंने सभी गतिविधियों के बारे में पूर्ण समीक्षा करते हुए सभी कार्यों की सराहना की और कहा कि सभी शैक्षिक योजनाएं तभी संपूर्ण मानी जाती है जब उसका परिपूर्ण फल हमारे विद्यार्थियों की सफलता से जुड़ा हो.

बता दें कि निष्‍ठा के तहत पहली से आठवीं तक के सभी अध्‍यापक को एक साथ प्रशिक्षण किया जाता है.यह प्रशिक्षण सीखने के प्रतिफल पर आधारित रहता है. इसमें शिक्षक को नेतृत्‍व के गुण, सहभागिता से पढ़ाना समेत अन्‍य चीजों का प्रशिक्षण दिया जाता है.

मंडी: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान मंडी में शुक्रवार को डाइट के सभी विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित की गई. जिसकी अध्यक्षता अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग ने की. बैठक में टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम को लेकर चर्चा की गई. जिलाभर के शिक्षकों की ओर से टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम (निष्ठा) की सराहना की गई. ब्लॉक स्तर से अधिकारियों को भी इस प्रोग्राम को लेकर सकारात्मक फीडबैक अध्यापकों की ओर से मिला है.

इस दौरान बताया गया कि जिला में अब तक करीब पांच हजार अध्यापकों को इस प्रोग्राम के तहत प्रशिक्षित किया जा चुका है. बैठक में जिला के शिक्षा संबंधित कार्यों व गतिविधियों की समीक्षा की गई. जिला परियोजना अधिकारी बलबीर भारद्वाज ने सभी विभागों द्वारा की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी.

वीडियो.

एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने बताया कि बैठक में निष्‍ठा को लेकर सकारात्मक फीडबैक मिला है. उन्‍होंने बताया कि समर्थ के लांग टर्म में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे. उन्होंने सभी गतिविधियों के बारे में पूर्ण समीक्षा करते हुए सभी कार्यों की सराहना की और कहा कि सभी शैक्षिक योजनाएं तभी संपूर्ण मानी जाती है जब उसका परिपूर्ण फल हमारे विद्यार्थियों की सफलता से जुड़ा हो.

बता दें कि निष्‍ठा के तहत पहली से आठवीं तक के सभी अध्‍यापक को एक साथ प्रशिक्षण किया जाता है.यह प्रशिक्षण सीखने के प्रतिफल पर आधारित रहता है. इसमें शिक्षक को नेतृत्‍व के गुण, सहभागिता से पढ़ाना समेत अन्‍य चीजों का प्रशिक्षण दिया जाता है.

Intro:मंडी। टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम (निष्ठा) की सराहना जिलाभर के शिक्षक कर रहे हैं। ब्लाॅक स्तर से अधिकारियों को भी इस प्रोग्राम को लेकर सकारात्मक फीडबैक अध्यापकों की ओर से मिला है। अब तक जिला के करीब पांच हजार अध्यापकों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसका खुलासा जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान मंडी में शुक्रवार को अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग की अध्यक्षता में डाइट के सभी विभागों की समीक्षा बैठक में हुआ। Body:बैठक में जिला के शिक्षा संबंधित कार्यों व गतिविधियों की समीक्षा की गई। बैठक में जिला परियोजना अधिकारी बलबीर भारद्वाज ने सभी विभागों द्वारा की जा रही गतिविधियों की जानकारी दी। समर्थ, निष्ठा, रेमिडियल शिक्षण, प्रेरणा प्रयास, गणित और विज्ञान किट तथा सीखने का पिटारा, वर्चवल कक्षा कक्ष, स्पोर्ट्स एकाउंट्स, प्री प्राइमरी, प्लानिंग वोकेशनल समेत विभिन्न गतिविधियों पर विस्तृत चर्चा की गई। एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने बताया कि बैठक में निष्‍ठा को लेकर सकारात्मक फीडबैक मिला है। उन्‍होंने बताया कि समर्थ के लांग टर्म में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने सभी गतिविधियों के बारे पूर्ण समीक्षा करते हुए सभी कार्यों की सराहना की और कहा कि सभी शैक्षिक योजनाएं तभी संपूर्ण मानी जाती है जब उसका परिपूर्ण फल हमारे विद्यार्थियों की की सफलता से जुड़ा हो। बच्चे का सर्वांगीण विकास ही हमारा उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों में कम अध्यापक हैं, वहां पर स्मार्ट कक्षा कक्ष का प्रयोग किया जाए ताकि शिक्षण में रुकावट न आए।

बाइट - आशुतोष गर्ग, एडीसी मंडी

Conclusion:बता दें कि निष्‍ठा के तहत पहली से आठवीं तक के सभी अध्‍यापक को एक साथ प्रशिक्षण दिया जाता है। यह प्रशिक्षण सीखने के प्रतिफल पर आधारित रहता है। इसमें शिक्षक को नेतृत्‍व के गुण, सहभागिता से पढ़ाना समेत अन्‍य चीजों का प्रशिक्षण दिया जाता है। समीक्षा बैठक में उपनिदेशक उच्च शिक्षा अशोक शर्मा, जिला शिक्षा निरीक्षण अधिकारी, खंड स्त्रोत अधिकारी व स्कूल प्रधानाचार्य शामिल रहे।
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