मंडी: पिछले तीन महीने से किचन का बजट बिगाड़ने से सब्जियों के भाव में जबरदस्त गिरावट आई है. वहीं रोजमर्रा में शामिल आलू और प्याज की कीमत भी अब कम होने लगी है. हरी सब्जियों की कीमतें पहले से ही लगातार कम हो रही थी, लेकिन अब धीरे धीरे काबू में आ आलू और प्याज की कीमतों से भी लोगों ने कुछ हद तक राहत की सांस ली है.
50 फीसदी कम हुए आलू के भाव
आलू की नई फसल तैयार होने से थोक मंडी में भी इनकी आवक तेज हो गई है. इसकी वजह से थोक मंडी में नई आलू की कीमत घट गई है, जिसका असर अब रिटेल बाजार में भी दिखने लगा है. खुदरा बाजार में आलू के भाव 50 फीसदी तक गिर गए हैं. दो सप्ताह पहले 50 रुपये किलो बिक रहे आलू का भाव अब 25 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं.
इसी तरह से प्याज की कीमत भी कम हुई है, लेकिन आलू के मुकाबले प्याज के रेट अभी 20 फीसदी तक गिरे हैं. खुदरा बाजार में प्याज अब 45 रुपये किलो बिक रहा है. हालांकि की टमाटर के रेट अब स्थिर है, लेकिन सब्जियों के भाव में पिछले कुछ दिनों में गिरावट का क्रम जारी है.
हरी सब्जियों की कीमतों में भी हुई कमी
हरी सब्जियों की कीमतें अब 20 से 30 रुपये कम हुई हैं. इससे बाजार में अब सब्जियों की मांग बढ़ गई है. पहले सब्जियां महंगी होने की वजह से डिमांड घट गई थी. पर अब जैसे-जैसे दाम गिर रहे हैं सब्जियों की मांग का ग्राफ भी उसी तेजी से बढ़ने लगा है. जो सब्जी विक्रेताओं के लिए भी राहत की बात है.
उपमंडल चुराग में सब्जियों के रिटेल भाव:
- आलू - 25 रुपये किलो
- फूल गोभी - 12 से 15 रुपये किलो
- बन्द गोभी - 20 रुपये प्रति किलो
- बैगन - 20 रुपये किलो
- हरी साग - 15 रुपए किलो
- शिमला मिर्च - 40 रुपये किलो
- गाजर - 24 रुपए किलो
आलू और प्याज के भाव अभी और कम होने की है उम्मीद
सब्जी विक्रेता महेश शर्मा (हैप्पी) का कहना है कि सब्जियों के रेट में काफी गिरावट आई है. पिछले कुछ दिनों से भाव लगातार गिर रहे हैं. इससे आम जनता को काफी राहत मिली है. उन्होंने कहा कि भाव गिरने से बाजार में सब्जी की मांग भी बढ़ गई है. खासकर आलू और प्याज के भाव अभी और कम होने की उम्मीद है.