मंडी: जिला के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पराशर और सिराज घाटी के सपेणीधार में अब मनाली की सोलंग घाटी व बीड़ बिलिंग की तरह मानव परिंदे आसमान पर मंडराते नजर आएंगे, इन दोनों जगहों को पैराग्लाइडिंग के लिए उपयुक्त पाया गया है और सरकार से भी इसकी मंजूरी मिल गई है. पैराग्लाइडिंग के लिए जिला में पराशर और सपेणीधार पहली दो साइट का चयन किया गया है, अब यहां भी बीड़ बिलिंग की तरह साहसिक पर्यटन और खेल गतिविधियां शुरू हो जाएंगी.
पर्यटन विभाग की तकनीकी समिति ने किया निरीक्षण
इस बारे में जानकारी देते हुए पर्यटन एवं नागरिक उद्यान विभाग मंडी के उप निदेशक पंकज शर्मा ने बताया कि पर्यटन विभाग की तकनीकी समिति ने कुछ दिन पहले सपेणीधार और पराशर का दौरा कर पैराग्लाइडिंग साइट का निरीक्षण किया था, समिति ने सपेणीधार व पराशर मैं लैंडिंग और टेक ऑफ साइट को पैराग्लाइडिंग के लिए बिल्कुल उपयुक्त बताया था. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी इंस्टीट्यूट माउंटेन ऑफ इलाइट स्पोर्ट्स मनाली समेत वन पर्यटन विभाग और अन्य विभागों के सदस्यों की टीम ने दोनों साइटों का दौरा कर प्रस्ताव सरकार को भेजा था, जिसकी मंजूरी अब सरकार से मिल चुकी है.
पैराग्लाइडिंग के लिए युवाओं को किया गया प्रशिक्षित
बता दें कि पर्यटन विभाग ने बहुत से युवाओं को पैराग्लाइडिंग के लिए प्रशिक्षित किया है, पैराग्लाइडिंग के लिए अब जिला में दो उपयुक्त साइट मिलने के बाद युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. वहीं, जिला के शिकारी देवी की बर्फीली पहाड़ियों में भी अब पर्यटक शिमला और मनाली की तर्ज पर स्कीइंग का लुत्फ उठा सकेंगे, जिसके लिए रायगढ़ और शिकारी देवी में स्कीइंग का सफल ट्रायल किया गया है, सरकार की ओर से मंजूरी मिलने के बाद भी यहां पर जल्द ही स्कीइंग की जा सकेगी. वहीं, विभाग द्वारा जिला में और भी अन्य पर्यटक स्थलों को विकसित किया जा रहा है और यहां अन्य साहसिक गतिविधियों के लिए संभावनाएं तलाशी जा रही हैं.
ये भी पढ़ें: सारी प्रक्रिया ऑनलाइन, लेकिन फिर भी नहीं बन पाए दिव्यांगों के UDID कार्ड