करसोग: मंडी जिले के करसोग के पद्मश्री नेकराम शर्मा को महात्मा ज्योति राव फुले विश्वविद्यालय राजस्थान की तरफ से पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया है. अचरोल कैंपस में विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ. जिसमें चार पद्मश्री शख्सियतों को पीएचडी की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया.
इन लोगों को PHD की मानक उपाधि से नवाजा: इस अवसर पर साल 2022 के 1560 यूजी व पीजी बैच के पासआउट स्टूडेंट्स और 25 पीएचडी धारकों को भी डिग्रियां प्रदान की गई. समारोह में पद्मश्री एमुडियंड रानी माचय्य (कर्नाटक), पद्मश्री उस्ताद मोहम्मद हुसैन व अहमद हुसैन (जयपुर) व पद्मश्री नेकराम शर्मा (हिमाचल प्रदेश) को पीएचडी की मानद उपाधि दी गई. इस कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी के 65 मेधावी स्टूडेंट्स को गोल्ड, 60 स्टूडेंट्स को सिल्वर व 15 स्टूडेंट्स को चेयरपर्सन अवॉर्ड से नवाजा गया.
करसोग MLA ने दी बधाई: करसोग के विधायक दीप राज ने पद्मश्री नेकराम शर्मा को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि पद्मश्री नेकराम शर्मा को पीएचडी की मानद उपाधि मिलने से देश भर में करसोग क्षेत्र का नाम रोशन हुआ है. नेकराम शर्मा करसोग क्षेत्र के ऐसे हीरे हैं जो युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने हैं. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती की तकनीक से विलुप्त होते मोटे अनाजों के संरक्षण के लिए नेकराम शर्मा बेहतरीन कार्य कर रहे हैं. उनकी इस लग्न ने साबित किया है कि कठिन परिश्रम से किसी भी क्षेत्र में मुकाम हासिल किया जा सकता है.
प्राकृतिक खेती अपनाने की अपील: वहीं, पद्मश्री नेकराम शर्मा ने पीएचड़ी की मानद उपाधि से नवाजे जाने पर महात्मा ज्योतिराव फुले विश्वविद्यालय का आभार प्रकट किया है. उन्होंने लोगों से स्वस्थ रहने के लिए रासायनिक खेती को छोड़कर प्राकृतिक खेती की तकनीक को अपनाने की अपील की है. नेकराम शर्मा ने कहा कि मोटे अनाजों को अपने खानपान में शामिल कर कई तरह के गंभीर रोगों से मुक्ति पाई जा सकती है. इस दौरान समारोह में यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन निर्मल पंवार, मुख्य अतिथि लोकायुक्त न्यायमूर्ति प्रताप कृष्ण लोहरा व विशिष्ट अतिथि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष रिटायर्ड मेजर जनरल आलोक राज उपस्थित रहे.
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