करसोग: उपमंडल करसोग में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के प्रवास पर जनता ने विभाग खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली. विभिन्न क्षेत्रों में आयोजित हुई बैठकों में कार्यकर्ताओं ने पेयजल समस्या को लेकर विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाए. इस दौरान जल शक्ति मंत्री को सबसे अधिक शिकायतें पेयजल संकट को लेकर प्राप्त हुई. इस पर विभाग के अधिकारियों की जमकर क्लास ली.
पेयजल योजनाओं की प्रोग्रेस रिपोर्ट से नहीं दिखे संतुष्ट
उन्होंने पेयजल योजनाओं में बरती जा रही सुस्ती पर भी अधिकारियों को फटकार लगाते इन योजनाओं को तय समय में पूरा करने का अल्टीमेटम दिया. अधिकारियों से पेयजल योजनाओं की प्रोग्रेस रिपोर्ट भी मांगी गई, लेकिन जल शक्ति मंत्री जवाब से संतुष्ट नहीं दिखे. उन्होंने अधिकारियों को दो टूक कहा कि करसोग में कार्यकताओं की सबसे अधिक शिकायतें जल शक्ति विभाग से संबंधित हैं. वहीं, पधर में हुई बैठक के दौरान लोगों की पानी को लेकर कोई शिकायत नहीं मिली.
कार्यशैली में सुधार लाने की दी नसीहत
इस पर उन्होंने जल शक्ति विभाग को अपने कार्यशैली में सुधार लाने की नसीहत दी. यही नहीं महेंद्र सिंह ठाकुर ने जल शक्ति विभाग करसोग डिवीजन के तहत सनारली में स्टोर की गई पाइपों को लेकर भी लताड़ लगाई. उन्होंने कहा कि उपमंडल में विभिन्न स्कीमों के लिए आई पाइपों को क्यों सनारली में जमा किया जा रहा है? क्या ये पाइपें प्रदर्शनी के लिए स्टोर की गई हैं?
जल शक्ति मंत्री में कहा कि भविष्य में अब इस तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए. जो भी पाइपें किसी स्कीम के तहत जिन क्षेत्रों के लिए आती हैं. इन पाइपों को स्पॉट पर ही रखा जाना चाहिए, ताकि क्षेत्र की जनता को भी योजनाओं को लेकर जानकारी उपलब्ध हो सके.
करसोग में जल जीवन मिशन में पेयजल योजनाओं पर 86 करोड़ रुपए व्यय
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि करसोग क्षेत्र में जल जीवन मिशन में पेयजल योजनाओं पर 86 करोड़ रुपए व्यय किए जा रहे हैं. पुरानी पेयजल योजनाओं के सुधार पर एडीबी के सहयोग से 20 करोड़ रुपए के कार्य किए जा रहे हैं. इसी तरह से कृषि सिंचाई योजनाओं पर लगभग 15 करोड़ रुपए खर्चे जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार की योजनाओं का लाभ जनता को जल्द मिले, इसके लिए तय समय सीमा में कार्य को पूरा करें.
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