करसोगः उपमंडल करसोग में एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने विकासकार्यों में बरती जा रही लापरवाही पर पीडब्ल्यूडी को जमकर लताड़ लगाई. उन्होंने कहा कि करसोग में ठेकेदारों का नापाक गठजोड़ है. टेंडर लेने के बाद ठेकेदार काम नहीं करते हैं या फिर ये लोग काम लेने के बाद इसे सबलेट करने के आदि बन चुके हैं. जिसका सीधा असर विकासकार्यों पर पड़ रहा है और इसका खामियाजा आम जनता को भी भुगतना पड़ता है.
विकासकार्यों में की लापरवाही को नहीं किया जाएगा सहन
जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि सरकार के पास इतना समय नहीं है कि विकासकार्य के लिए इंतजार करें. जयराम सरकार की पहली प्राथमिकता प्रदेश का एक समान विकास करवाना है. ऐसे में किसी भी विकासकार्यों में में किसी भी स्तर पर लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा. महेंद्र सिंह ठाकुर ने दो टूक शब्दों में कहा कि जो ठेकेदार आवॉर्ड होने के बाद तय समय सीमा में काम नहीं कर रहे हैं, उनको 10 फीसदी पेनल्टी लगाकर टेंडर रद्द किया जाए. इसके बाद ऐसे ठेकेदारों को टेंडर प्रक्रिया से भी बाहर किया जाए. जल शक्ति मंत्री ने कहा कि सड़कें प्रदेश की भाग्य रेखाएं है. ऐसे में सड़क निर्माण को लेकर बरती जाने वाली लापरवाही को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
पहले भी विकासकार्यों की सुस्ती को लेकर लगाई थी क्लास
बता दें कि पिछले साल जुलाई में करसोग दौरे के दौरान जल शक्ति मंत्री ने विकासकार्यों की सुस्ती को लेकर क्लास लगाई थी. उस दौरान भी महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा था कि ठेकेदार से सरकार को कोई रिश्ता और वास्ता नहीं है. अगर कोई रिश्ता है तो वह सिर्फ काम का है. ऐसे में जल शक्ति मंत्री ने विकासकार्यों में बरती जा रही लापरवाही में अपनी नाराजगी जताई थी.
अब 10 महीने बाद फिर से पीडब्ल्यूडी को जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की लताड़ सुननी पड़ी है. इस दौरान बैठक में उपस्थित कार्यकताओं ने अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याओं को मंत्री के ध्यान में लाया.
ये भी पढ़ेंः- 'चिठ्ठी बम' पर बोले सीएम जयराम, लिखने वाले को किया जाएगा तलाश, फिर की जाएगी कार्रवाई