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Municipal Council Sundernagar: अब पशुओं को बेसहारा छोड़ने वालों की खैर नहीं, जुर्माने साथ होगी कड़ी कार्रवाई

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Published : Apr 27, 2023, 2:45 PM IST

मंडी जिले में अब पशुओं को सड़कों पर खुला छोड़ने वाले लोगों के खिलाफ नगर परिषद सुंदरनगर ने सख्त रुख अपनाया है. नगर परिषद सुंदरनगर ने ऐसे लोगों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भी पशुओं को बेसहारा छोड़ते हुए उन्हें मिलता है तो उस पर कड़ी कार्रवाई के साथ भारी जुर्माना भा लगाया जाएगा.

Municipal Council Sundernagar strict action against People who leave abandoned animals in Mandi
लावारिस पशुओं को छोड़ने वालों पर नगर परिषद सुंदरनगर करेगी सख्त कार्रवाई.
लावारिस पशुओं को छोड़ने वालों पर नगर परिषद सुंदरनगर करेगी सख्त कार्रवाई.

मंडी: हिमाचल प्रदेश में राज्य सरकार बेसहारा पशुओं के लिए सुविधा देने की बात तो करती है, लेकिन वहीं, सैकड़ों की संख्या में बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं. ये बेसहारा पशु आए दिन हादसों का कारण बन रहे हैं. वैसे आवारा पशुओं की ये समस्या भी उन लोगों की वजह से है जिन्होंने अपने पालतू पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया है. लेकिन अब अपने पशुओं को बेसहारा खुले में छोड़ने वाले लोगों की खैर नहीं है. नगर परिषद सुंदरनगर ऐसे लोगों के लिए अब सख्त रुख अपनाने जा रही है. नगर परिषद सुंदरनगर ने पशुओं को खुले में छोड़ने वालों के खिलाफ के दंडनीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

'बेसहारा पशु कर रहे लोगों पर हमला': सुंदरनगर शहर में बढ़ते बेसहारा पशुओं की समस्या को देखते हुए नगर परिषद और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है. समाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कहा कि शहर में बेसहारा पशुओं की समस्या विकराल हो चुकी है. बेसहारा बैल और आवारा कुत्ते अब लोगों और बच्चों पर हमले करने लगे हैं. सुंदरनगर के चांगर वार्ड में कई ऐसी घटनाएं पेश आ चुकी हैं. सड़कों पर इन बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या पर लगाम नहीं लगाई जा सकी है. नेशनल हाईवे के बीचों-बीच बैठे यह बेसहारा पशु हादसों को न्यौता दे रहे हैं.

'बेसहारा पशुओं के लिए सेंचुरी एरिया की मांग': नगर परिषद सुंदरनगर के अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या को हल करने के लिए प्रदेश सरकार से सेंचुरी एरिया उपलब्ध करवाने की मांग की जाएगी. नगर परिषद द्वारा सेंचुरी एरिया के लिए कुछ जगहों को चिन्हित किया गया है. बेसहारा पशुओं के लिए ऐसी जगह पर सेंचुरी निर्माण की जाएगी, जहां बहुत कम संख्या में लोग रहते हों, ताकि लोगों को इससे कोई समस्या न हो. प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद सेंचुरी एरिया पर काम शुरू कर दिया जाएगा और यहां की बाड़बंदी की जाएगी. उन्होंने बताया कि घायल बेसहारा पशुओं के उपचार के लिए आश्रय फाउंडेशन को एक शेड मुहैया करवाया जाएगा. इसके अलावा नगर परिषद सुंदरनगर आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए भी अभियान चलाएगी.

'सुंदरनगर में मेलों के बाद बढ़ी बेसहारा पशुओं की संख्या': जितेंद्र शर्मा ने इस दौरान लोगों को चेताया कि अगर कोई भी व्यक्ति अपने पशुओं को खुले में छोड़ता हुआ पाया जाता है, तो नगर परिषद सुंदरनगर द्वारा उसके खिलाफ दंडनीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और साथ में ही उक्त व्यक्ति को भारी जुर्माना भी भरना होगा. हालांकि जुर्माने की रकम अभी तय की जाएगी. उन्होंने बताया कि हाल ही में सुंदरनगर में हुए मेलों के बाद बेसहारा पशुओं की संख्या ज्यादा बढ़ी है, क्योंकि पशुओं की बेचने की आड़ में बहुत से लोगों ने अपने पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया. लेकिन अब अगर कोई भी ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ एक्शन होगा.

ये भी पढ़ें: Karsog Nagar Panchayat: अब पशुओं को सड़क पर खुला छोड़ा तो होगी कार्रवाई, दर्ज होगा केस

लावारिस पशुओं को छोड़ने वालों पर नगर परिषद सुंदरनगर करेगी सख्त कार्रवाई.

मंडी: हिमाचल प्रदेश में राज्य सरकार बेसहारा पशुओं के लिए सुविधा देने की बात तो करती है, लेकिन वहीं, सैकड़ों की संख्या में बेसहारा पशु सड़कों पर घूम रहे हैं. ये बेसहारा पशु आए दिन हादसों का कारण बन रहे हैं. वैसे आवारा पशुओं की ये समस्या भी उन लोगों की वजह से है जिन्होंने अपने पालतू पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया है. लेकिन अब अपने पशुओं को बेसहारा खुले में छोड़ने वाले लोगों की खैर नहीं है. नगर परिषद सुंदरनगर ऐसे लोगों के लिए अब सख्त रुख अपनाने जा रही है. नगर परिषद सुंदरनगर ने पशुओं को खुले में छोड़ने वालों के खिलाफ के दंडनीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं.

'बेसहारा पशु कर रहे लोगों पर हमला': सुंदरनगर शहर में बढ़ते बेसहारा पशुओं की समस्या को देखते हुए नगर परिषद और विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है. समाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने कहा कि शहर में बेसहारा पशुओं की समस्या विकराल हो चुकी है. बेसहारा बैल और आवारा कुत्ते अब लोगों और बच्चों पर हमले करने लगे हैं. सुंदरनगर के चांगर वार्ड में कई ऐसी घटनाएं पेश आ चुकी हैं. सड़कों पर इन बेसहारा पशुओं की बढ़ती संख्या पर लगाम नहीं लगाई जा सकी है. नेशनल हाईवे के बीचों-बीच बैठे यह बेसहारा पशु हादसों को न्यौता दे रहे हैं.

'बेसहारा पशुओं के लिए सेंचुरी एरिया की मांग': नगर परिषद सुंदरनगर के अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने कहा कि बेसहारा पशुओं की समस्या को हल करने के लिए प्रदेश सरकार से सेंचुरी एरिया उपलब्ध करवाने की मांग की जाएगी. नगर परिषद द्वारा सेंचुरी एरिया के लिए कुछ जगहों को चिन्हित किया गया है. बेसहारा पशुओं के लिए ऐसी जगह पर सेंचुरी निर्माण की जाएगी, जहां बहुत कम संख्या में लोग रहते हों, ताकि लोगों को इससे कोई समस्या न हो. प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद सेंचुरी एरिया पर काम शुरू कर दिया जाएगा और यहां की बाड़बंदी की जाएगी. उन्होंने बताया कि घायल बेसहारा पशुओं के उपचार के लिए आश्रय फाउंडेशन को एक शेड मुहैया करवाया जाएगा. इसके अलावा नगर परिषद सुंदरनगर आवारा कुत्तों की नसबंदी के लिए भी अभियान चलाएगी.

'सुंदरनगर में मेलों के बाद बढ़ी बेसहारा पशुओं की संख्या': जितेंद्र शर्मा ने इस दौरान लोगों को चेताया कि अगर कोई भी व्यक्ति अपने पशुओं को खुले में छोड़ता हुआ पाया जाता है, तो नगर परिषद सुंदरनगर द्वारा उसके खिलाफ दंडनीय कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और साथ में ही उक्त व्यक्ति को भारी जुर्माना भी भरना होगा. हालांकि जुर्माने की रकम अभी तय की जाएगी. उन्होंने बताया कि हाल ही में सुंदरनगर में हुए मेलों के बाद बेसहारा पशुओं की संख्या ज्यादा बढ़ी है, क्योंकि पशुओं की बेचने की आड़ में बहुत से लोगों ने अपने पशुओं को बेसहारा छोड़ दिया. लेकिन अब अगर कोई भी ऐसा करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ एक्शन होगा.

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