मंडी: पिछले दिनों बीजेपी प्रदेशअध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए आपत्तीजनक शब्दों का प्रयोग करने के बाद भाजपा विधायक का एक वीडियो वायरल हो रहा है.
लोकसभा चुनाव की तैयारी को लेकर सरकाघाट में पार्टी बैठक रखी गई थी. बैठक में विधायक इंद्र सिंह के सामने भद्रवाड़ के पूर्व बीएसएफ जवान ने सड़क और बस का मुद्दा उठाया. पूर्व सैनिक वीडियो में कह रहा है कि उनके क्षेत्र में कोई बस सेवा नहीं. उनके क्षेत्र के लिए चलाई गई बस को चार महीने बाद बंद कर दिया गया. विधायक आते हैं और आश्वासन देकर चले जाते हैं.
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वीडियो में विधायक सैनिक को चुप करवाते हुए बोलते सुनाई दे रहे हैं कि मैं तुम्हारी बात नहीं सुनूंगा. वीडियो वायरल होने के बाद सवाल ये उठता है कि विधायक खुद सेना में सेवाएं दे चुके हैं. ऐसे में एक सैनिक के साथ इस तरह का व्यवहार कैसे कर सकते हैं.
वीडियो के अंत में विधायक कह रहे हैं कि जिस बूथ पर बढ़त मिलेगी उस बूथ में पहले काम किया जाएगा. जिस क्षेत्र से सबसे ज्यादा लीड मिलेगी उस क्षेत्र की तरफ मुख्यमंत्री का झुकाव रहता है. मुझे बदनाम करने की साजिश- कर्नल इंद्र सिंह
ईटीवी भारत ने वायरल वीडियो के बारे में विधायक कर्नल इंद्र सिंह से बातचीत की. विधायक ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वीडियो वायरल कर उन्हे बदनाम करने की साजिश की गई है. बैठक में बस का मुद्दा उठाने वाले व्यक्ति को उन्होने समझाने की कोशिश की थी. आचार संहिता के दौरान उनके पास काम करवाने का अधिकार नहीं होता है. समझाने के बाद भी उक्त व्यक्ति चुप नहीं हो रहा था. बैठक में व्यवधान पहुंचने पर उन्होने उसे चुप रहने को कहा .
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विधायक ने कहा कि वीडियो को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. कार्यकर्ताओं को बैठक में निर्देश दिए जा रहे थे. वीडियो में भी मैंने किसी को कुछ गलत नहीं कहा है.