मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी को लेकर अभी से तैयारियां शुरू हो गई हैं. मेले के दौरान पूरे शहर में सफाई व्यवस्था को चाक चौबंद किया जाएगा. शिवरात्रि मेला मैदान में 40 कर्मचारी सफाई व्यवस्था देखेंगे और 300 कूड़ादान लगाए जाएंगे.
मंगलवार को शिवरात्रि महोत्सव को लेकर शिवरात्रि मेला सफाई उपसमिति की बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता सफाई उपसमिति की संयोजक व नगर परिषद अध्यक्षा सुमन ठाकुर ने की. बैठक में 5 से 11 मार्च तक आयोजित किए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई.
शिवरात्रि मेला के दौरान सफाई व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जाएगा, जिसके लिए सफाई के टेंडर हो चुके हैं. मेला मैदान व आसपास के क्षेत्रों की सफाई के लिए 40 सफाई कर्मचारी काम करेंगे, जोकि 23 फरवरी से 16 मार्च तक काम करेंगे. साथ ही मेला मैदान में कुल 300 कूड़ेदान लगाए जाएंगे.
मेले के दौरान यू ब्लॉक मंडी व विभिन्न मंदिरों में भी सफाई की विशेष व्यवस्था की जाएगी. शहर के सभी शौचालयों की मरम्मत, सफाई व सफेदी की जा रही है. मेला मैदान में व अन्य जगहों पर जहां भी जरूरत होगी, मोबाइल शौचालय स्थापित किए जाएंगे. मेले में सफाई व्यवस्था चुस्त दुरूस्त रखने व कमी की निगरानी के लिए उपसमिति स्वच्छता ग्रुप का भी गठन किया गया है जो कि व्हाटस एप ग्रुप से जुड़ेगा. मेला मैदान में सफाई ठेकेदार व सफाई सुपरवाइजर के नाम व मोबाइल नगर बोर्ड पर अंकित किए जाएंगे.
नगर परिषद अध्यक्षा सुमन ठाकुर ने बताया कि मेला मैदान में सफाई व स्वच्छता के जागरुकता के लिए स्वच्छता दूत तैनात रहेंगे. शहर की सड़कों, गलियों व रास्तों की उचित मरम्मत की जा रही है. सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा उखाड़ी गई सड़कों में मैटलिंग नहीं होगी बल्कि पैचवर्क किए जाएंगे.
मेले के दौरान स्वास्थ्य विभाग पूरे मेला मैदान में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने व आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवाने की गरज से स्टॉल लगा रहा है. जहां पर 24 घंटे एक डॉक्टर व अन्य जरूरी स्टाफ तैनात होगा. इमरजेंसी के लिए एंबुलेंस भी रहेगी. साथ ही स्वास्थ्य विभाग का मेला मैदान में पानी व खाने की चीजों के सैंपल भरने के लिए पर्यवेक्षक मौजूद रहेगा.
शिवरात्रि मेला के दौरान स्ट्रीट लाईट व्यवस्था भी चुस्त दुरूस्त रहेगी. बिजली बोर्ड के कर्मचारी नगर परिषद के साथ हर समय मौजूद रहेंगे. शहर की सभी बावड़ियों की सफाई व उनकी क्लोरिनेशन की जाएगी. राष्ट्रीय उच्च मार्ग की सड़कों व नालियों की सफाई व मरम्मत के लिए एनएच व एनएचएआई को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं.