मंडीः देव और मानस के मिलन के प्रतीक अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का सोमवार को राज देवता माधो राय की अंतिम शाही जलेब के साथ समापन हो गया. हालांकि बारिश के चलते इसमें कई देवी देवता शिरकत नहीं कर सके.
बारिश के कारण जलेब में अव्यवस्था फैल गई और घुड़सवार पुलिस की टुकड़ी पीछे ही रह गई और देवता तथा देवलू आगे निकल गए. बारिश की वजह से जलेब का क्रम पूरी तरह से अव्यवस्थित हो गया. करीब 2 बजे राज देवता माधो राय के मंदिर में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने पूजा अर्चना कर जलेब का शुभारंभ किया.
राज देवता माधो राय की अगवानी में यह शाही जलेब निकली. राज देवता माधो राय की पूजा अर्चना के बाद राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने मंडी के आराध्य देवता बाबा भूतनाथ के मंदिर में भी शीश नवाया. जलेब में शामिल देवी देवताओं ने शहर की परिक्रमा करते हुए बाबा भूतनाथ के मंदिर में हाजिरी भर कर जलेब में शिरकत की. जलेब करीब सवा 3 बजे ऐतिहासिक पड्डल मैदान में पहुंची. यहां पर मौजूद लोगों को राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने संबोधित किया. राज्यपाल ने ध्वजा अवरोहण कर अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के समापन की आधिकारिक घोषणा भी की.
वहीं सर्व देवता सेवा समिति के अध्यक्ष पंडित शिवपाल ने कहा कि बारिश के चलते कुछ देवी देवताओं ने जलेब में शिरकत नहीं की.