मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का मुख्य आकर्षण मानी जाने वाली जलेब (शोभायात्रा) इस बार नए रूप में दिखेगी. जलेब में मंडी जिला की हर घाटी की संस्कृति के दर्शन होंगे. इसी के साथ जलेब में शामिल दलानक सदस्य पारंपरिक वेशभूषा में दिखेंगे. इसके अलावा जलेब में एक पूर्व सैनिकों की टुकड़ी भी शामिल होगी. इसके लिए मेला कमेटी प्रयास कर रही है.
शिवरात्रि महोत्सव 2019 की तीनों जलेब को आकर्षक बनाने के लिए प्रशासन मेहनत कर रहा है. ताकि लोग प्राचीन संस्कृति से रूबरू हो सकें. जलेब में सांस्कृतिक दलों को भी शामिल किया जा रहा है. जबकि लोगों को जागरुक करने के लिए जिला प्रशासन इस बार जलेब में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की भी एक झांकी शामिल करने का फैसला लिया है.
जलेब में बुढला दल, सराज, चौहार घाटी, तुंगल घाटी व लुड्डी की झांकी भी निकाली जाएगी. यह दल पारम्परिक नृत्य भी करेंगें. बता दें अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव मंडी में 5 से 11 मार्च तक मनाया जाएगा. शिवरात्रि महोत्सव में तीन जलेब निकलती हैं.
इस दिन होगा जलेब का आयोजन
महोत्सव की पहली जलेब 5 मार्च को, दूसरी जलेब 8 मार्च को, तीसरी जलेब 11 मार्च को आयोजित की जाएगी. जलेब राजा माधव राय के दरबार से निकलेगी और सेरी मंच से होते हुए जलेब पड्डल स्थित चाननी तक जाएगी. जलेब में दर्जनों देवी देवताओं के साथ राजा माधव की पालकी भी शामिल रहेगी.
डीसी मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने बताया कि शिवरात्रि महोत्सव की जलेब को आकर्षक बनाने के लिए प्रयास किये जा रहे हैं. जलेब के माध्यम से मंडी जिला की संस्कृति झलक लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की जा रही है. प्राचीन झलक दिखाने के लिए पारंपरिक वेशभूषा में दल के सदस्य शामिल किए गए हैं.