करसोग: सरकारी अस्पतालों में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध हो, इसके लिए अस्पतालों में अब विशेषज्ञों का युक्तिकरण होगा. सरकार का मानना है कि कुछ स्थानों पर आवश्यकता से अधिक विशेषज्ञ चले गए हैं, लेकिन कुछ अस्पताल विशेषज्ञों डॉक्टरों से वंचित है.
ऐसे में इन अस्पतालों में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इसको देखते हुए सरकार युक्तिकरण की प्रक्रिया शुरू कर रही है. ताकि प्राथमिकता के आधार पर सभी अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टर हों.
यही नहीं प्रदेश के बड़े अस्पतालों सहित जिला और खंड स्तर पर मरीजों की अधिक भीड़ ने जुटे, इसके लिए प्रदेश भर में पीएचसी और सीएचसी में डॉक्टरों की कमी को दूर किया जाएगा, ताकि मरीजों को घरद्वार पर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें.
करसोग उपमंडल की बात करें तो यहां वर्तमान में 8 पीएचसी कार्य कर रही है. इसमें 3 पीएचसी ऐसी हैं, जहां डॉक्टर ही नहीं है. ऐसे में मरीजों को इलाज के लिए पैसा और समय खर्च करके सिविल अस्पताल करसोग आना पड़ता है. इससे सिविल अस्पताल में भी मरीजों की अधिक भीड़ रहती है.
इस भीड़ को कम करने के लिए सरकार ने पीएचसी और सीएचसी में डॉक्टरों की कमी को जल्द से जल्द दूर करने का निर्णय लिया है.
1250 डॉक्टरों की भर्ती हुई
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल का कहना है कि जयराम ठाकुर ने नेतृत्व में बनी सरकार के ढाई साल के कार्यकाल में रिकॉर्ड 1250 डॉक्टरों की भर्ती हुई है. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व इतने छोटे से कार्यकाल में कभी इतने बड़े पैमाने पर डॉक्टरों की भर्ती नहीं हुई.
ऐसे में सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाने को लेकर गंभीर है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में भी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी न रहे, इसके लिए डॉक्टरों की भर्ती की प्रक्रिया जारी रहेगी.
डॉ. राजीव सहजल ने कहा कि विशेषज्ञ कुछ स्थानों पर चले गए हैं, जहां इतनी आवश्यकता नहीं है. वहीं कुछ अस्पताल विशेषज्ञों से वंचित है. इसके लिए सरकार युक्तिकरण की प्रक्रिया शुरू कर रही है, ताकि प्राथमिकता के आधार पर सभी जगहों पर विशेषज्ञ डॉक्टर हों.