मंडी: जिला मंडी में दो दिन हुई भारी बारिश के कारण आईपीएच विभाग को करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ा है. इसमें पेयजल योजनाओं को 1.49 करोड़ और सिंचाई योजनाओं को 26 लाख का नुकसान हुआ है. करसोग में दो दिन हुई भारी बरिश लोगों पर कहर बनकर टूटी है.
मूसलाधार बारिश से आईपीएच विभाग की 84 पेयजल योजनाओं समेत 9 सिंचाई योजनाएं ध्वस्त हो गई हैं. इससे कई क्षेत्रों में पेयजल संकट पैदा हो गया हैं. हालांकि विभाग ने कुछ पेयजल योजनाओं को अस्थाई तौर पर शुरू करने का दावा किया है.
वहीं, खड्डों में बारिश के कारण आई गाद से उठाऊ पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं. चुराग सब डिवीजन में 12 उठाऊ पेयजल योजनाएं खड्डों में गाद आने के बाद बंद की गई है. इस कारण चुराग समेत दूसरे क्षेत्रों में पिछले दो दिनों से लोगों को पानी की सप्लाई नहीं दी गई है.
इन सभी उठाऊ पेयजल योजनाओं से करीब 3 हजार घरों को पानी की आपूर्ति की जाती है. बता दें कि आईपीएच विभाग को बारिश से हुए नुकसान की रिपोर्ट फील्ड से प्राप्त हो गई है. इसे अब सरकार भेजा गया है.
2 दिन में आईपीएच विभाग को पौने दो करोड़ का नुकसान
करसोग में भारी बारिश से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है. 16 और 17 अगस्त को हुई बारिश से आईपीएच विभाग को पौने दो करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है. इसमें पेयजल योजनाओं को 1.49 करोड़ और सिंचाई योजनाओं को 26 लाख का नुकसान हुआ है. आईपीएच को सभी सब डिवीजनों से रिपोर्ट प्राप्त चुकी है.
भारी बारिश के कारण कई जगहों पर खड्डों में बनी पेयजल योजनाओं को पानी का तेज बहाव अपने साथ उखाड़ कर ले गया. कुछ जगहों में भूस्खलन के कारण पेयजल लाइनें टूट गई हैं. लोगों को ज्यादा दिनों तक पेयजल संकट से न जूझना पड़े, इसके लिए विभाग ने अस्थायी तौर पर लाइनों को जोड़ने का कार्य शुरू कर दिया है.
चुराग सब डिवीजन के एसडीओ केएल चौहान ने कहा कि खड्डों में अगर पानी साफ हो जाता है तो सभी उठाऊ पेयजल योजनाओं में मंगलवार से पंपिंग शुरू हो जाएगी. उन्होंने कहा कि गाद आने के कारण इन पेयजल योजनाओं में पंपिग बंद की गई थी.
सरकार को भेजी गई नुकसान की रिपोर्ट
आईपीएच डिवीजन करसोग के अधीक्षक बालकराम वर्मा ने बताया कि दो दिन की बारिश से आईपीएच को पौने दो करोड़ का नुकसान हुआ है. इसकी रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है.