मंडी: जिला मंडी में न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी संघ का एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें मंडी जिला के13 खंडों से आए डेलिगेटस ने भाग लिया. इस मौके पर मंडी जिला की नई कार्यकारिणी का गठन भी किया गया, जिसमें वन विभाग में तैनात प्रदीप ठाकुर को दूसरी बार जिला के प्रधान का दायित्व सौंपा गया.
यह प्रक्रिया कुल्लू से आए तीन पर्यवेक्षकों के समक्ष सम्मपन्न हुई. सम्मेलन में नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के सलाहकार व प्रदेश न्यू पेंशन स्कीम कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष नरेश ठाकुर भी मुख्य तौर पर मौजूद रहे.
प्रदेश के कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हो गए हैं. कर्मचारियों ने सरकार से आमना सामना करने का कड़ा फैसला लिया है. पुरानी पेंशन बहाली के लिए कर्मचारियों ने आने वाले समय में कामकाज छोड़ सड़कों पर उतर कर धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है.
नरेश ठाकुर ने कहा कि पेंशन कोई भीख नहीं है जो हम सरकार से मांग रहे हैं. यह हमारा संवैधानिक अधिकार है और हम हर हाल में इसे लेकर रहेंगे. कर्मचारियों ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि नेताओं की सैलरी बढ़ाने के लिए नेता नए कानून बनाने में देर नहीं लगाते, लेकिन कर्मचारियों को पूरी जिंदगी काम के बदले में मात्र कुछ हजार रुपये की पेंशन दी जा रही है जो कि कर्मचारियों के साथ सरेआम धोखा है.
इसके साथ ही जिला प्रधान प्रदीप ठाकुर ने सरकार पर कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया है. उन्होने नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि खुद की सैलरी और भत्ते तो नेता हर साल बढ़ाते हैं.
प्रदीप ठाकुर ने कहा कि सभी नेता रिटायर होने के बाद भी भारी भरकम पेंशन लेते हैं लेकिन कर्मचारियों को पूरी उम्र लगाकर भी सरकार पेंशन देने से कतरा रही है. जिला प्रधान ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार कर्मचारियों में पनपे रोष को समझे नही तो आने वाले समय में सरकार को इसका खमियाजा भूगतना होगा.