मंडी: शहर के 216 से अधिक रेहड़ी-फड़ी धारकों को अब वार्ड स्तर पर भी जगह देने की योजना नगर परिषद मंडी के द्वारा बनाई जा रही है. स्ट्रीट वेंडर कमेटी की बैठक में यह योजना तैयार की गई है. साथ ही शहर के नॉन वेंडिंग जोन में बैठने वाले रेहड़ी-फड़ी धारकों पर नजर रखने के लिए टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है. शहर में अब तक 89 रेहड़ी फड़ी धारकों को लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं, जबकि 127 रेहड़ी फड़ी धारकों को 15 दिन के अंदर लाइसेंस दिए जाएंगे.
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जो रेहड़ी फड़ी धारक बिना लाइसेंस के हैं और पिछले 20-25 सालों से काम कर रहे हैं, उन्हें विक्टोरिया ब्रिज के पास बिठाया जाएगा. इसके लिए नगर परिषद के द्वारा उचित व्यवस्था की गई है.
टाउन वेंडिंग कमेटी सदस्य हरमीत सिंह बिट्टू ने बताया कि टाउन वेंडिंग कमेटी में जिन रेहड़ी-फड़ी धारकों को कार्ड जारी कर दिए गए हैं, उन्हें जीवन बीमा की भी सुविधा दी जा रही है, और बाद में सभी रेहड़ी-फड़ी धारकों को यह सुविधा दी जाएगी. वहीं, उन्होंने बताया कि रेहड़ी फड़ी धारकों को ब्याज रहित 10 हजार का लोन भी उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिसे रेहड़ी फड़ी धारक 1 साल के अंदर वापस कर सकते हैं.
बता दें कि नगर परिषद मंडी की ओर से अभी तक शहर में 89 रेहड़ी फड़ी धारकों को लाइसेंस जारी किए जा चुके हैं, जबकि 127 रेहड़ी-फड़ी धारकों को 15 दिन के अंदर लाइसेंस दिए जाएंगे. स्ट्रीट वेंडर कमेटी की बैठक में रेहड़ी-फड़ी धारकों द्वारा हर जगह बैठ जाने की शिकायतों को निपटाने के लिए भी अलग से टास्क फोर्स का गठन किया गया है. जिसमें नायब तहसीलदार, व्यापार मंडल सदस्य, वेंडर कमेटी के दो सदस्य, ट्रैफिक इंचार्ज, थाना से एक सदस्य, जल शक्ति, पीडब्ल्यूडी विभाग और बिजली विभाग से एक-एक सदस्य को शामिल किया गया है.
टास्क फोर्स कमेटी के सदस्य सप्ताह में 2 दिन शहर और आसपास के एरिया का दौरा करेंगे और जो लोग गलत जगह पर रेहड़ी-फड़ी लगाते पकड़े गए उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
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