मंडी: भाजपा सरकार के कार्यकाल में शुरू हुए राजकीय वल्लभ महाविद्यालय एकेडमिक ब्लॉक के निर्माण कार्य को जारी रखने के लिए बजट की आवश्यकता है. अगर बजट समय पर नहीं मिला तो कॉलेज के विस्तार के काम पर ब्रेक लग सकता है. बीते वर्ष इस भवन का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. लोक निर्माण विभाग ने कॉलेज के इस भवन को अक्टूबर में पूरा करने का टारगेट रखा था, लेकिन सरकार की ओर से जारी किया गया 27 करोड़ रुपए का बजट खत्म हो चुका है. (Budget over for college construction in Mandi)
स्टील स्ट्रक्चर से बन रहा भवन: लोक निर्माण विभाग स्टील के स्ट्रक्चर से यह भवन तैयार कर रहा है. अब आगे के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए विभाग ने शिक्षा निदेशालय से 15 करोड की डिमांड की है. इसके लिए विभाग ने शिक्षा निदेशालय को चिट्ठी लिखी गई है, जिसमें लिखा गया है कि निदेशालय शेष बजट उपलब्ध नहीं कराएगा तो कॉलेज भवन का निर्माण कार्य बंद कर दिया जाएगा. (Government Vallabh College Mandi)
भूकंपरोधी बनाया जा रहा भवनः यह भवन पूरी तरह से भूकंपरोधी होगा, जिसके चलते भूकंप आने की स्थिती में कोई परेशानी नहीं होगी. स्टील स्ट्रक्चर में तैयार किए जा रहे अकेडमिक ब्लॉक का पूरा भवन लोहे की स्लेव और कंक्रीट से तैयार किया जाएगा. जिसकी आयु करीब 100 वर्ष होगी. इससे पहले प्रदेश में स्टील स्ट्रक्चर से सिर्फ एम्स बिलासपुर, आईआईटी मंडी में भी निर्माण किया गया है. (Earthquake proof construction of Mandi college)
5 मंजिला होगा भवन: वल्लभ कॉलेज के एकेडमिक ब्लॉक की यह इमारत 5 मंजिल की होगी. जिसके लास्ट फ्लॉर पर 1000 से अधिक सीटिंग क्षमता वाला कॉन्फ्रेंस हॉल रहेगा, जिसमें कॉलेज के सभी छोटे-बड़े कार्यक्रमों को आयोजित किया जा सकेगा. बता दें कि कॉलेज प्रबंधन के पास किसी भी बड़े कार्यक्रमों को करवाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी, लेकिन अब कॉलेज प्रबंधन की यह समस्या भी हल हो जाएगी.
6 बड़े स्मार्ट क्लासरूम होंगे: इसके अलावा पांच मंजिला इमारत में 6 बड़े स्मार्ट क्लासरूम होंगे. ये क्लासरूम दूसरी और तीसरी मंजिल पर होंगे. इनमें आधुनिक ब्लैकबोर्ड और बेहतर डेस्क लगाई जाएंगी. वहीं, इस एकेडमिक ब्लॉक में पहले फ्लोर में कॉलेज के प्राचार्य का कार्यालय, स्टाफ सदस्यों का सिटिंग रूम, ज्योग्राफिकल लैब और 2 बड़े हॉल होंगे. ये दोनों हाल मल्टीपर्पज में प्रयोग होंगे. भवन के पीछे की ओर बड़ी पार्किंग होगी.
बजट नहीं मिला तो काम रोकना पड़ेगा: वहीं, इस बारे में लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ई. सुरेश धीमान ने बताया कि मंडी कॉलेज के एकेडमिक ब्लॉक के निर्माण के लिए 27 करोड़ रुपए का बजट मिला था, जिसे खर्च किया जा चुका है. अब आगे के निर्माण कार्य के लिए विभाग ने शिक्षा निदेशालय को चिट्ठी लिखी है. जल्द बजट नहीं मिला तो विभाग भवन के निर्माण कार्य को रोक देगा.