मंडी: कुल्लू जिला में इसी तकनीक से ब्यास नदी के चैनलाईजेशन की बात कही जा रही है और मंडी में भी इसी तकनीक का इस्तेमाल कर एक बड़े मैदान का निर्माण किया जाएगा. मंडी शहर के खलियार में पहले से ही मैदान बनाने की योजना है और फोरलेन निर्माण से निकल रही मिट्टी को यहां फैंककर इसका कार्य भी शुरू कर दिया गया था, लेकिन बरसात के दौरान आई बाढ़ में यहां फैंकी गई सारी मिट्टी बह गई. इसके बाद दूसरी तकनीक के बारे में सोचा गया.
ये मैदान मंडी शहर का ऐतिहासिक पड्डल मैदान सुरक्षित रखने और शिवरात्रि व अन्य समारोहों को शहर से बाहर आयोजित के उद्देश्य से बनवाया जा रहा है. ऊर्जा मंत्री अनिल शर्मा ने बताया कि चाइना की शीट पाईल्स टैक्नोलॉजी पर भी विचार किया जा रहा था, लेकिन उसका खर्च अधिक होने के कारण अब क्रेट वॉयर वॉल से मैदान का निर्माण करने की योजना बनाई जा रही है. इसके लिए 4 से 5 करोड़ का एस्टीमेट भी बना लिया गया है और जल्द ही इसे सरकार से मंजूरी दिलवाकर कार्य शुरू कर दिया जाएगा.