मंडी: समाज और धर्म के ठेकेदारों ने एक बुजुर्ग महिला के साथ ऐसी क्रूरता की जिसे जानकर आपके रौंगटे खड़े हो जाएंगे. 81 वर्षीय बुजुर्ग महिला के बाल काटे गए, उसका चेहरे पर कालिख पोती गई और गले में जूतों की माला पहनाकर देवता के रथ के आगे घसीटा गया.
झकझोर कर रख देने वाला यह मामला मंडी जिला के सरकाघाट उपमंडल की ग्राम पंचायत गाहर का है. इस पंचायत के छोटा समाहल गांव में 81 वर्षीय बुजुर्ग महिला रहती हैं. पति की मौत हो चुकी है और सिर्फ दो बेटियों का सहारा है जिनकी शादियां हो चुकी हैं.
कोई उचित देखभाल करने वाला नहीं है इसलिए बुजुर्ग महिला अपनी बेटी और दामाद के साथ रहती है. छोटा समाहल गांव में देवता माहूंनाग का मंदिर भी है और इलाके में देवता के प्रति काफी ज्यादा आस्था है. देवता के पुजारी की तीन वर्ष पूर्व मृत्यु हो गई है. उसके बाद देवता का अभी तक कोई पुजारी तय नहीं हुआ है, लेकिन कुछ तथाकथित लोग खुद को देवता का सेवक बताकर लोगों को देवता के नाम पर डराने का काम कर रहे हैं.
इस गांव में मौजूद समाज और धर्म के कुछ ठेकेदारों ने 81 वर्षीय महिला पर लोगों पर जादूटोना करने का आरोप लगा दिया. एक सप्ताह पहले देवरथ के साथ यह लोग पीड़िता के घर गए और वहां पर तोड़फोड़ कर दी. जब इस बात का पता पीड़ित महिला को चला तो वह अपनी बेटी के घर से अपने गांव आई और पंचायत को इसकी शिकायत दी.
पंचायत के सामने भी देवता के ठेकेदारों ने महिला को देवता का डर दिखाया और शिकायत वापिस लेने का दबाव बनाया. बुजुर्ग ने शिकायत वापिस ले ली और दोबारा अपनी बेटी के पास चली गई. तीन दिन पूर्व यह बुजुर्ग फिर से अपने गांव आई तो इन्हीं समाज और धर्म के ठेकेदारों ने फिर से महिला को अपना निशाना बना लिया.
इस बार इन लोगों ने पहले बुजुर्ग महिला के सिर के बाल काटे, फिर उसका मुहं काला किया और उसके बाद उसे जूतों की माला पहनाकर देवरथ के आगे पूरे गांव में घसीटा. बुजुर्ग महिला कई बार उसे छोड़ देने की गुहार लगाती रही, लेकिन धर्म के ठेकेदारों ने उसकी एक न सुनी. खुद गांव वालों ने ही इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया जो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
बताया जा रहा है कि गांव के ही दो सेवानिवृत शिक्षकों पर भी यह देवता के ठेकेदार जादू टोना करने का आरोप लगाकर उन्हें भी प्रताड़ित कर चुके हैं. एक शिक्षक ने इस संदर्भ में पुलिस को शिकायत भी दी थी, लेकिन उसपर भी देवता के प्रकोप का डर दिखाकर शिकायत वापस ले ली गई.
वहीं, जब इस बारे में एसपी मंडी गुरदेव शर्मा से बात की गई तो उन्होंने पुष्टि करते हुए बताया कि वायरल वीडियो के बारे में उन्हें जानकारी प्राप्त हुई है और उन्होंने डीएसपी सरकाघाट को मामले की जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं.
उन्होंने बताया कि अभी तक इस संदर्भ में कोई शिकायत तो नहीं आई है, लेकिन वीडियो के आधार पर पुलिस मामले की जांच करके कार्रवाई अम्ल में लाएगी. जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाही अम्ल में लाई जाएगी.