सरकाघाट/मंडी: सरकाघाट की धनालग पंचायत में खुदाई के दौरान भगवान श्रीराम की एक प्राचीन मूर्ति मिली है. अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह मूर्ति 18वीं शताब्दी की है और भगवान श्री राम की है. पत्थर की बनी यह सुंदर कलाकृति बहुत ही आकर्षक है. इसमें भगवान श्रीराम एक हाथ में धनुष उठाए हुए हैं और दूसरे हाथ में तीर पकड़ा हुआ है.
भगवान श्रीराम की मूर्ति मिली
यह भी अंदाजा लगाया जा रहा है कि मूर्ति मंडी रियासत के राजाओं के समय में बनाई गई है. तहसील बलद्वाड़ा की धनालग पंचायत वैसे भी अपनी ऐतिहासिक पहचान बनाए हुए है. यहां पर राजाओं के समय के तीन प्राचीन मंदिर भी हैं और यहां राजाओं के गढ़ भी हैं. हालांकि अब यह गढ़ और मंदिर अधिकतर नष्ट हो चुके हैं और इनके अवशेष ही यहां पर दिखाई देते हैं. स्थानीय पंचायत के प्रधान बेसर सिंह ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि मनरेगा कार्य के दौरान जमीन से भगवान श्रीराम की मूर्ति मिली है.
1870 की बताई जा रही है मूर्ति
पंचायत प्रधान ने कहा कि पंचायत के बुद्धजीवि लोगों की राय लेकर यह निर्णय लिया जाएगा कि आखिर इस मूर्ति को किस तरह से रखना चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर संभव हुआ तो यहां पर भगवान राम का भव्य मंदिर बनाया जाएगा. शिमला राज्य संग्रहालय के उच्च अधिकारी हरि सिंह चौहान ने बताया गया कि मूर्ति करीब 1870 की है और उस समय के दौरान राजाओं के द्वारा बनाई गई है. उन्होंने कहा कि अगर पंचायत के द्वारा मूर्ति को संरक्षित नहीं किया जाएगा तो इसे म्यूजियम में शिफ्ट कर दिया जाएगा.
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