मनालीः हिमचाल के ऊपरी इलाकों में येलो अलर्ट की चेतावनी जारी की गई थी. जिसके बाद पर्यटन नगरी मनाली के रोहतांग दर्रे पर करीब 120 सेंटीमीटर ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है. वहीं, लाहौल घाटी की चंद्रावैली में लगभग 45 सेंटीमीटर, जिला मुख्यालय केलांग समेत पट्टन घाटी में 10 से 15 सेंटीमीटर तक बर्फबारी की सूचना है.
बर्फबारी के कारण केलांग-सिस्सू मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है. बर्फबारी के बीच घाटी के कई हिस्सों में हिमखंड खिसकने की भी सूचना है. हालांकि घाटी में बिजली और दूरसंचार सेवाएं दुरुस्त हैं. जिला के मूलिंग पुल के पास हिमखंड गिरने से सड़क अवरुद्ध हो गई थी. फिलहाल बीआरओ ने सड़क पर गिरे मलबे को हटाकर इसे बहाल कर दिया है.
बता दें कि घाटी के जाहलमा, गोहरमा, थिरोट और उदयपुर में 15 सेंटीमीटर तक बर्फ गिरी है. मयाड़ और तोद वैली में भी 20 सेंमी ताजा बर्फबारी हुई है. घाटी में हिमखंड गिरने का अंदेशा देखते हुए जिला प्रशासन ने लोगों को अलर्ट किया है.
जिला के कुंजुम दर्रा, बारालाचा दर्रा, शिंकुला, चंद्राभागा की पहाड़ियों के अलावा लाहौल की ऊंची चोटी इंद्रकिला, घेपन पीक, छोटा और बड़ा शिगरी ग्लेशियर, लद्दाखी पीक, सेवन सिस्टर पीक, हनुमान टिब्बा में सोमवार रात से बर्फबारी का दौर जारी है.
उधर, पर्यटन स्थल मढ़ी, कोठी, पलचान और विख्यात स्की ढलान सोलंगनाला में भी बर्फबारी से जनजीवन प्रभावित हुआ है. बर्फबारी होने से मनाली के सैर सपाटे को पहुंचे सैलानी मंगलवार को खराब मौसम के चलते सोलंगनाला का रुख नहीं कर सके, लेकिन बर्फबारी होने से पर्यटकों व पर्यटन कारोबारियों में खुशी का माहौल है.
उपायुक्त लाहौल-स्पीति केके सरोच ने बताया कि घाटी में भारी बर्फबारी के चलते हिमखंडों के गिरने की संभावना है. निर्माणाधीन अटल टनल के उत्तर व दक्षिण छोर पर भारी हिमपात के कारण हिमखंडों के गिरने का अधिक खतरा बना हुआ है.