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माहवारी एक जैविक घटना, संवेदना अभियान का हिस्सा बनें महिलाएं: डॉ. साधना ठाकुर

कुल्लू जिला के उपमण्डल बंजार में संवेदना अभियान की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश रेडक्राॅस सोसायटी की उपाध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर ने की. इस आयोजित कार्यशाला में स्तन कैंसर और बच्चादानी कैंसर के लक्षण व उपायों के बारे में जानकारी दी. डाॅ. साधना ने जिला में चलाए गए संवेदना अभियान को महिलाओं के लिए एक कारगर अभियान बताया और कहा कि प्रत्येक महिला को अभियान का हिस्सा बनना चाहिए.

savendna campaign in kullu
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Published : Apr 2, 2021, 10:23 PM IST

कुल्लूः माहवारी सभी महिलाओं के लिए एक प्राकृतिक घटना है, इसे अन्यथा न लेकर जीवन का हिस्सा मानकर चलना चाहिए. माहवारी के दौरान निजी स्वच्छता अत्यंत जरूरी है. यह बात हिमाचल प्रदेश रेडक्राॅस सोसायटी की उपाध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर ने आज कुल्लू जिला के उपमण्डल बंजार में संवेदना अभियान के तहत स्तन और बच्चादानी कैंसर के लक्षण व उपायों पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कही.

महिलाओं में स्तन और बच्चादानी कैंसर की समस्या गंभीर

डाॅ. साधना ने कहा कि महिलाओं में स्तन और बच्चादानी कैंसर की समस्या गंभीर रूप इसलिए धारण कर लेती है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश महिलाएं अंगों की बीमारियों को खुलकर नहीं बता पाती. महिलाओं का यह संकोच बीमारी को और अधिक गंभीर कर देता है जहां इसका उपचार संभव नहीं रह जाता. उन्होंने महिलाओं का आह्वान किया कि आंशिक सा लक्षण भी यदि महसूस हो तो तुरंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए.

डाॅ. साधना ने जिला में चलाए गए संवेदना अभियान को महिलाओं के लिए एक कारगर अभियान बताया और कहा कि प्रत्येक महिला को अभियान का हिस्सा बनना चाहिए ताकि वे माहवारी के दौरान अस्वच्छता के कारण होने वाली बीमारियों को समझ सके और समय रहते इनका उपचार करवा सके.

महिलाएं किसी भी क्षेत्र में आज पुरूषों से पीछे नहीं

प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं की स्थिति आज बहुत बेहतर हो चुकी है. सरकार की अनेक ऐसी योजनाएं हैं जो महिलाओं को सशक्त बनाने में मददगार साबित हो रही हैं. उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में आज पुरूषों से पीछे नहीं हैं. पंचायती राज संस्थानों में भाजपा की सरकार ने पहली बार महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया था और आज के संदर्भ में यदि देखें तो महिलाएं 70 प्रतिशत से अधिक सीटों पर पंचायती राज संस्थानों में काबिज है.

महिलाओं के गर्भाश्य व स्तन कैंसर के बारे में बारीकी से जानकारी

लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल काॅलेज नेरचौक के सहायक प्रोफेसर कलिंदी सिंह और स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. अनु ने महिलाओं के गर्भाश्य व स्तन कैंसर के बारे में बारीकी से जानकारी दी. उन्होंने कहा यदि आरंभ में महिला अपनी जांच करवा लें तो इन बीमारियों का उपचार संभव है. उन्होंने महिलाओं में इस प्रकार के कैंसर होने तथा इसके लक्षणों के बारे में भी जानकारी दी.

ये भी पढे़ंः- चांशल घाटी में बनेगा स्की विलेज, पर्यटन को विकसित करने के प्रयास शुरु

कुल्लूः माहवारी सभी महिलाओं के लिए एक प्राकृतिक घटना है, इसे अन्यथा न लेकर जीवन का हिस्सा मानकर चलना चाहिए. माहवारी के दौरान निजी स्वच्छता अत्यंत जरूरी है. यह बात हिमाचल प्रदेश रेडक्राॅस सोसायटी की उपाध्यक्ष डॉ. साधना ठाकुर ने आज कुल्लू जिला के उपमण्डल बंजार में संवेदना अभियान के तहत स्तन और बच्चादानी कैंसर के लक्षण व उपायों पर जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए कही.

महिलाओं में स्तन और बच्चादानी कैंसर की समस्या गंभीर

डाॅ. साधना ने कहा कि महिलाओं में स्तन और बच्चादानी कैंसर की समस्या गंभीर रूप इसलिए धारण कर लेती है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों की अधिकांश महिलाएं अंगों की बीमारियों को खुलकर नहीं बता पाती. महिलाओं का यह संकोच बीमारी को और अधिक गंभीर कर देता है जहां इसका उपचार संभव नहीं रह जाता. उन्होंने महिलाओं का आह्वान किया कि आंशिक सा लक्षण भी यदि महसूस हो तो तुरंत चिकित्सक के पास जाना चाहिए.

डाॅ. साधना ने जिला में चलाए गए संवेदना अभियान को महिलाओं के लिए एक कारगर अभियान बताया और कहा कि प्रत्येक महिला को अभियान का हिस्सा बनना चाहिए ताकि वे माहवारी के दौरान अस्वच्छता के कारण होने वाली बीमारियों को समझ सके और समय रहते इनका उपचार करवा सके.

महिलाएं किसी भी क्षेत्र में आज पुरूषों से पीछे नहीं

प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि महिलाओं की स्थिति आज बहुत बेहतर हो चुकी है. सरकार की अनेक ऐसी योजनाएं हैं जो महिलाओं को सशक्त बनाने में मददगार साबित हो रही हैं. उन्होंने कहा कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में आज पुरूषों से पीछे नहीं हैं. पंचायती राज संस्थानों में भाजपा की सरकार ने पहली बार महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया था और आज के संदर्भ में यदि देखें तो महिलाएं 70 प्रतिशत से अधिक सीटों पर पंचायती राज संस्थानों में काबिज है.

महिलाओं के गर्भाश्य व स्तन कैंसर के बारे में बारीकी से जानकारी

लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल काॅलेज नेरचौक के सहायक प्रोफेसर कलिंदी सिंह और स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. अनु ने महिलाओं के गर्भाश्य व स्तन कैंसर के बारे में बारीकी से जानकारी दी. उन्होंने कहा यदि आरंभ में महिला अपनी जांच करवा लें तो इन बीमारियों का उपचार संभव है. उन्होंने महिलाओं में इस प्रकार के कैंसर होने तथा इसके लक्षणों के बारे में भी जानकारी दी.

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