कुल्लू: प्रदेश में इन दिनों जहां स्कूलों में वार्षिक परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया चली हुई है. वहीं, जिला कुल्लू में शारीरिक शिक्षा के विषयों के पेपर का मूल्यांकन ना होने पर शारीरिक शिक्षा अध्यापकों ने रोष जताया है. वहीं, जिला कुल्लू डीपी संघ ने उप निदेशक के माध्यम से शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को भी ज्ञापन प्रेषित किया है.
जिला कुल्लू डीपीई संघ के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल शिक्षा उपनिदेशक से मिला. इस दौरान उन्होंने स्कूलों में शारीरिक शिक्षा के विषयों का मूल्यांकन न करवाने पर आपत्ति जताई. शारीरिक शिक्षकों का कहना है कि यह बच्चों के साथ घोर अन्याय है और उनके द्वारा दी गई शारीरिक शिक्षा के पेपर का भी मूल्यांकन करवाया जाना चाहिए.
संघ के जिलाध्यक्ष देवी चंद ठाकुर का कहना है कि उन्होंने इस बारे शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बात की तो उनका कहना है कि अन्य विषयों के पेपर के मूल्यांकन के आधार पर छात्रों को नंबर दे दिए जाएंगे, जो सरासर गलत है.
देवी चंद ठाकुर ने कहा कि शारीरिक शिक्षा के छात्रों का मेरिट के आधार पर ही चयन होता है और उनके हर साल अन्य विषयों से इस विषय में ज्यादा नम्बर आते हैं. अगर उन्हें बाकी विषयों के बराबर ही नंबर दिए जाएं तो उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ होगा. देवी चंद ने कहा कि इस विषय को लेकर प्रदेश सरकार और शिक्षा मंत्री को भी जल्द निर्णय लेना होगा ताकि छात्रों का भविष्य खराब होने से बचाया जा सके.
गौर रहे कि शिक्षा विभाग के द्वारा लिए गए इस निर्णय के चलते जिला कुल्लू में शारीरिक शिक्षा अध्यापक संघ में रोष है और उन्होंने शारीरिक शिक्षा ग्रहण कर रहे छात्रों के पेपर के मूल्यांकन करवाने की सरकार से मांग रखी है.