कुल्लूः जिला कुल्लू में लॉकडाउन से पहले देश के विभिन्न भागों से आए जिला के सभी 2137 लोगों को क्वारंटीन पर रखा हुआ है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन सभी लोगों की चिकित्सा जांच की है और सभी लोग स्वस्थ पाए गए हैं. इनके परिवार के 2213 सदस्यों की भी स्वास्थ्य जांच की गई है और वे भी सभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं. इनके अलावा, विदेशों से आए 301 लोगों की भी घर-घर जाकर स्वास्थ्य जांच की गई.
प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य जांच के लिए 450 टीमें गठित
वन एवं परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि जिला की समूची आबादी के लगभग 4.54 लाख लोगों की स्वास्थ्य जांच का कार्य आज से आरंभ किया गया है. इसके लिए जिलाभर में स्वास्थ्य, आयुर्वेद तथा समेकित बाल विकास परियोजना विभागों की 450 टीमें बनाई गई हैं. ये टीमें घर-घर जाकर प्रत्येक व्यक्ति के स्वास्थ्य की जांच करेगी ताकि किसी एक व्यक्ति में भी कोरोना के लक्षणों के प्रति आंशका न रहे.
सभी टीमों के लिए वाहनों की भी व्यवस्था की गई है. स्वास्थ्य जांच का यह कार्य अगले 10 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा. जिला के सभी विकास खंडों में इस संबंध में तैयारी पूरी कर ली गई है. अभियान का डाटा रोजाना ऑनलाइन अपडेट किया जाएगा.
6000 प्रवासी मजदूरों को राशन, दवाईयां वितरित
वन मंत्री ने कहा कि जिला के विभिन्न भागों में 6000 से अधिक प्रवासी लोगों को राशन प्रदान किया गया है. जिन लोगों को दवाईयों की आवश्यकता पड़ी, उन्हें दवाईयां भी वितरित की गई हैं. उन्होंने कहा कि जिला में रह-रहे सभी प्रवासी लोगों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. इस संबंध में मंत्री बार-बार सामाजिक संस्थाओं व आम लोगों से भी अपील कर रहे हैं कि प्रवासी मजदूरों में कोई एक भूखा न रहे, सभी को मिलकर सरकार के इस प्रयास में अपना योगदान करना है.
1.84 लाख लोगों को प्रदान किए जाएंगे मुफ्त चावल
गोविंद ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने प्रदेश के सभी बी.पी.एल, अंत्योदय अन्न योजना परिवारों तथा प्राथमिक गृहस्थियों को प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के अंतर्गत अगले तीन माह तक पांच किलो चावल प्रति व्यक्ति मुफ्त प्रदान करने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में इस प्रकार के 46133 परिवारों के लगभग 1.84 लाख लोगों को इस निःशुल्क राशन की सुविधा प्राप्त होगी. उन्होंने राशन प्राप्त करने वाले लोगों से अपील की है कि वे डिपो में राशन लेते समय सामाजिक दूरी का विशेष ख्याल रखें. डिपो होल्डरों को भी इस संबंध में सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों की पालना करने को कहा गया है.
जिला के 6 गौ-सदनों में 2000 गौवंश
वन मंत्री ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सड़कों पर छोडे़ गए गौ व बछड़े सभी को गौ सदनों तक पहुंचाने के प्रयास किए गए हैं. इससे गौ सदनों में क्षमता से अधिक गौवंश हो गया है और इस दबाव से निपटने के लिए स्थानीय निकाय, प्रशासन और सामाजिक संस्थाएं कड़ी मेहनत कर रही है.
उन्होंने कहा कि जिला में 6 गौसदन हैं, जिनमें लगभग 2000 गायों की देखभाल की जा रही है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने घास-चारे को आवश्यक वस्तुओं की श्रेणी में रखा है और पंजाब व हरियाणा प्रदेशों से चारे के ट्रक गौ सदनों के लिए आ रहे हैं.
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