कुल्लू: अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अक्षय सूद ने सभी लोगों से यातायात के नियमों का पालन करने और वाहन चलाते समय पूरी सावधानी बरतने की अपील की है. सोमवार को सड़क सुरक्षा सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर ढालपुर मैदान में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एडीएम ने ये अपील की.
अक्षय सूद ने बताया कि भारत में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख से अधिक लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में अकाल मृत्यु हो जाती है और लगभग साढे चार लाख लोग घायल या जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो जाते हैं. इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा रहती है. लगभग 90 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं तेज रफ्तार, नशे की हालत में ड्राइविंग, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करने, अन्य लापरवाही या मानवीय भूल के कारण ही होती हैं. इसलिए हर वाहन चालक और पैदल यात्री को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए. इससे सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी लाई जा सकती है.
एडीएम ने कहा कि हमें यातायात नियमों को कभी भी बोझ या मजबूरी नहीं समझना चाहिए. उन्होंने बच्चों और महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि अगर उनका कोई परिजन तेज रफ्तार से वाहन चला रहा है या सड़क पर पूरा ध्यान नहीं दे रहा है तो उसे तुरंत टोकें और रोंके.
डीएसपी आशीष शर्मा ने बताया कि यातायात के नियम व्यापक सर्वे और विचार-विमर्श के बाद ही तैयार किए जाते हैं. ये नियम सड़क पर आम लोगों के जीवन की रक्षा के लिए ही बनाए गए हैं. इनका उल्लंघन किसी भी समय किसी की जान ले सकता है. कुल्लू जिला में पिछले साल कुल 203 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 97 लोगों की जान चली गई. हमें वाहन चलाते समय यह जरूर याद रखना चाहिए कि सड़क दुर्घटना में किसी व्यक्ति की असामयिक मौत उसके पूरे परिवार को कभी न भरने वाला जख्म दे जाती है.
सड़क सुरक्षा सप्ताह के शुभारंभ पर ADM की लोगों से अपील, ट्रैफिक रुल्स की करें पालना
सड़क सुरक्षा सप्ताह के शुभारंभ पर ADM की लोगों से अपील, ट्रैफिक रुल्स की की करें पालना
कुल्लू: अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी अक्षय सूद ने सभी लोगों से यातायात के नियमों का पालन करने और वाहन चलाते समय पूरी सावधानी बरतने की अपील की है. सोमवार को सड़क सुरक्षा सप्ताह के शुभारंभ अवसर पर ढालपुर मैदान में आयोजित जागरूकता कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एडीएम ने ये अपील की.
अक्षय सूद ने बताया कि भारत में प्रतिवर्ष डेढ़ लाख से अधिक लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में अकाल मृत्यु हो जाती है और लगभग साढे चार लाख लोग घायल या जिंदगी भर के लिए अपाहिज हो जाते हैं. इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा रहती है. लगभग 90 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं तेज रफ्तार, नशे की हालत में ड्राइविंग, वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करने, अन्य लापरवाही या मानवीय भूल के कारण ही होती हैं. इसलिए हर वाहन चालक और पैदल यात्री को यातायात नियमों का पालन करना चाहिए. इससे सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी लाई जा सकती है.
एडीएम ने कहा कि हमें यातायात नियमों को कभी भी बोझ या मजबूरी नहीं समझना चाहिए. उन्होंने बच्चों और महिलाओं से अपील करते हुए कहा कि अगर उनका कोई परिजन तेज रफ्तार से वाहन चला रहा है या सड़क पर पूरा ध्यान नहीं दे रहा है तो उसे तुरंत टोकें और रोंके.
डीएसपी आशीष शर्मा ने बताया कि यातायात के नियम व्यापक सर्वे और विचार-विमर्श के बाद ही तैयार किए जाते हैं. ये नियम सड़क पर आम लोगों के जीवन की रक्षा के लिए ही बनाए गए हैं. इनका उल्लंघन किसी भी समय किसी की जान ले सकता है. कुल्लू जिला में पिछले साल कुल 203 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जिनमें 97 लोगों की जान चली गई. हमें वाहन चलाते समय यह जरूर याद रखना चाहिए कि सड़क दुर्घटना में किसी व्यक्ति की असामयिक मौत उसके पूरे परिवार को कभी न भरने वाला जख्म दे जाती है.