कुल्लू: जिला में पांचवां राष्ट्रीय हथकरघा दिवस धूमधाम से मनाया गया. समारोह में बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी व कुल्लू के विधायक सुंदर सिंह ठाकुर मुख्य अतिथि थे. समारोह का आरंभ करने से पहले पूर्व विदेश मंत्री दिवंगत सुषमा स्वराज को श्रद्धांजलि दी गई और उनकी आत्मिक शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया.
इस अवसर पर उद्यमियों और बुनकरों को संबोधित करते हुए सुरेंद्र शौरी ने कहा कि हथकरघा उद्योग ग्रामीण अर्थव्यवस्था का अभिन्न अंग है और इसके उत्थान एवं संवर्द्धन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत से क्रांतिकारी कदम उठाए हैं. नरेंद्र मोदी ने 7 अगस्त 2015 को पहली बार राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाने का निर्णय लेकर करोड़ों बुनकरों को बड़ा सम्मान देने की पहल की थी. उनके कार्यकाल में खादी एवं हथकरघा उद्योग ने नई ऊंचाइयों को छुआ है और इसका उत्पादान एक अलग ब्रांड के रूप में उभर रहे हैं.
शौरी ने कहा कि केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय ने कुल्लू में बुनकर सेवा केंद्र की स्थापना की थी. जिसके माध्यम से बुनकरों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं प्रयोग में लाई जा रही हैं. उन्होंने कहा कि कुल्लू और मंडी जिले के बुनकरों को इन योजनाओं का लाभ उठाना चाहिए और हथकरघा उद्योग कुल्लवी संस्कृति में पूरी तरह रचा-बसा है. वर्तमान दौर में इसके संरक्षण-संवर्धन और बुनकरों को पर्याप्त पारिश्रमिक सुनिश्चित करने की आवश्यकता है.
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इससे पहले बुनकर सेवा केंद्र कुल्लू के उपनिदेशक एचके बरो ने मुख्य अतिथि व सभी बुनकरों का स्वागत किया और लोगों को हथकरघा दिवस का महत्व बताया. उन्होंने बुनकरों को केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं से भी अवगत करवाया. समारोह के दौरान हथकरघा उद्यमियों को विशेष रूप से सम्मानित भी किया गया. कई बुनकरों को पहचान पत्र, यार्न पासबुक और सर्टिफिकेट भी दिए गए.