कुल्लू: बड़े पैमाने पर फल और सब्जी का उत्पादन करने वाली सैंज घाटी में सब्जी मंडी खोलने की मांग जोर पकड़ने लगी है. घाटी में सब्जी मंडी न होने से फिलहाल किसानों-बागवानों को 40 किमी दूर टकोली स्थित सब्जी मंडी में अपने उत्पाद बेचने पड़ रहे हैं.
लारजी सब्जी मंडी कई सालों से बंद पड़ी है. सैंज में सब्जी मंडी खोलने की मांग को लेकर जिला परिषद अध्यक्ष रोहिणी चौधरी की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को कृषि मंत्री डॉ. रामलाल मारकंडा से मिला. प्रतिनिधिमंडल ने कृषि मंत्री को अवगत करवाया की लारजी में सब्जी मंडी बंद होने के बाद घाटी के बागवानों के पास एकमात्र विकल्प टकोली सब्जी मंडी का है.
बंजार में इस साल से विधिवत सब्जी मंडी खुल चुकी है. ऐसे में अब सैंज सब्जी मंडी खुलने से घाटी के किसानों और बागवानों को फायदा मिलेगा. सैंज घाटी में किसान बड़े पैमाने पर टमाटर, मटर, बंदगोभी आदि सब्जियों का उत्पादन करते हैं.
इसके अलावा घाटी में सेब उत्पादन में बढ़ोतरी दर्ज हुई है. उन्नत किस्म के सेब के पौधे लगाने के बाद घाटी से रोजाना दर्जनों पिकअप टकोली सब्जी मंडी जा रही हैं. बागवानों का कहना है कि क्षेत्र में सब्जी मंडी न होने के कारण इलाके के लोगों पर किराये का अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है. उन्होंने कृषि मंत्री से सैंज में सब्जी मंडी खोलने का आग्रह किया है.