कुल्लू: पर्यटन नगरी मनाली में बनने वाले रोहतांग रोपवे को मंजूरी मिल गई है. अब निर्माण करने वाली कंपनी इसका कार्य शुरू कर सकती है. सात किलोमीटर के दायरे में इस रोपवे का निर्माण किया जाएगा और इसे तीन चरणों में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
रोहतांग रोपवे निर्माण कार्य की फाइल पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून में लंबित चल रही थी. अब मंत्रालय ने 8.9899 हैक्टेयर भूमि पर प्रोजेक्ट लगाने की मंजूरी देने के साथ 16 शर्तें भी लगाई हैं जिनका निर्माता कंपनी को पालन करना होगा.
16 शर्तों का करना होगा पालन
मंत्रालय के अनुमति पत्र में साफ किया है कि अगर 16 शर्तों में एक भी शर्त का कार्यान्वयन न किए जाने पर मंत्रालय इस स्वीकृति को तत्काल निरस्त कर सकता है. इस रोपवे का निर्माण 584 करोड़ रुपए से किया जाना है. करीब दो करोड़ रुपए की राशि सरकार को जमा करवाई जा चुकी है. रोहतांग रोप-वे की कोठी से रोहतांग तक की लंबाई 7.1 किमी की होगी.
45 मिनट में कोठी से रोहतांग पहुंचेंगे सैलानी
पर्यटकों को इस रोप-वे के माध्यम से कोठी से रोहतांग पहुंचने में करीब 45 मिनट का समय लगेगा. सड़क से रोहतांग की दूरी 51 किमी है जिसे वाहनों के माध्यम से पूरा करने में तीन घंटे का समय लग जाता है. अगर जाम लगा तो यह समय और ज्यादा बढ़ जाता है.
रोहतांग रोपवे को मिली फसीए क्लीयरेंस
वन विभाग के डीएफओ एंजल चौहान का कहना है कि भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय देहरादून ने रोहतांग रोप-वे निर्माण के लिए फाइनल अप्रूवल दे दी है और अब मनाली रोप-वे प्राईवेट लिमिटेड कंपनी इस रोप-वे का निर्माण कार्य शुरू कर सकती है. प्रदेश सरकार ने एफसीए की क्लीयरेंस दे दी है.
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